भारत के युवा कार्यबल की अंतर्निहित शक्ति को ज़ाया न जाने दें सरकार, सप्ताह में पांच दिन बैंकिंग से व्यापार होगा प्रभावित
कॉन्फेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) महाराष्ट्र प्रदेश के महामंत्री एवं अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने बताया पिछले कुछ वर्षों में खासकर नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री के आह्वान पर देशभर में व्यापारी और सामान्य लोग ज्यादा से ज्यादा डिजिटल एवं ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने लगे हैं.
जिससे बैंकों का कामकाज काफी हद तक बढ़ गया है और बहुत सारी नई बैंक भी खुलने लगी है और पुरानी बैंको ने ढेर सारी अपनी शाखाएं खोली है जिस देश में बड़ी मात्रा में रोजगार भी निर्माण हुआ है लेकिन पिछले दिनों इंडियन बैंक एसोसिएशन (आइबीए) ने केंद्र सरकार के बैंकों को हर शनिवार को बंद रखने के प्रस्ताव भेजा है जो बिल्कुल वाजिब नहीं है कैट और अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ ने इसका विरोध किया है। दोनों संगठनों ने सप्ताह में लगातार दो दिन बैंकों का अवकाश व्यापारी व सरकार दोनों के हित में न होने की बात कही है। यदि यह लागू हो जाता है तो भारत के युवा कार्यबल की अंतर्निहित शक्ति जाया जाएगी और सरकार ही अपने हाथ से युवा धन को आलसी बनाने काम करेगी।
शंकर ठक्कर ने आगे कहा कि सप्ताह में पांच दिवसीय बैंकिंग से कारोबारियों को नुकसान होगा। कई कारोबारीयों के पास अभी भी व्यापार नगदी में भी होता है जिसे उसे व्यापारी को वितरक से खरीदे गए माल की एवज में चेक दिए होते हैं इसलिए नगदी को बैंक में जमा करना होता है यदि समय पर नगदी बैंक में नहीं भरी गई तो चेक का भुगतान नहीं हो पाता है और व्यापारी की साख दाव पर लगा सकती है।
कई होलसेल व्यापारियों के पास ज्यादा मात्रा में नगदी आती है यदि बैंक पांच दिन ही खुले रहेंगे तो बाकी के दिन व्यापारी को नगदी घर पर या अपने प्रतिष्ठान में रखनी पड़ेगी जो भी एक जोखिम भरा साबित हो सकता है। व्यापार प्रभावित होने से सरकार को भी राजस्व का नुकसान होगा। साप्ताहिक अवकाश के अतिरिक्त सरकारी अवकाश पड़ने पर बैंकिंग कार्य दिवस कम हो जाते हैं। इसके चलते बैंकिंग अवकाश की पुरानी व्यवस्था ही जारी रखी जाए। कैट महाराष्ट्र प्रदेश के अध्यक्ष सचिन निवंगुने ने कहा कि छोटे शहर जहां बाजारों में साप्ताहिक अवकाश रविवार के अतिरिक्त किसी अन्य दिन होता है, वहां नई व्यवस्था लागू होने से उन्हें बैंकिंग के लिए सिर्फ चार दिन ही मिलेंगे।
उसमें भी त्योहार व सरकारी अवकाश पड़ने पर दिनों की संख्या और घट जाएगी। बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की वेतन वृद्धि को लेकर भारतीय बैंक संघ (बैंकों का प्रबंधन) और युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बीच 17 प्रतिशत वेतन वृद्धि पर समझौता हुआ है । इससे कर्मचारियों में खुशी की लहर है।
इसके तहत वेतन वृद्धि का समझौता एक नवंबर 2022 से पांच साल के लिए माना जाएगा। इसके तहत वेतन पर 17 प्रतिशत वार्षिक बढ़ोत्तरी होगी। पेंशन और पारिवारिक पेंशन 31 अक्तूबर 22 का लाभ पा रहे रिटायर कर्मचारियों को भी इसका लाभ मिलेगा। पंजाब नेशनल बैंक प्रोग्रेसिव इंपलाइज एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक उम्मीद है कि 180 दिनों में यह समझौता लागू होगा ।
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