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महाराष्ट्र में आम जनता पर महंगाई का और एक झटका, महंगी हुई बिजली

दाम को बढ़ाने पर पुनर्विचार करें सरकार : शंकर ठक्कर

  • मुम्बई/ललित दवे

कॉन्फडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स (कैट) महाराष्ट्र प्रदेश के महामंत्री एवं अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने बताया की चुनावी माहौल में महाराष्ट्र की जनता को बड़ा झटका लगा है। महाराष्ट्र इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमिशन (MERC) ने एक अप्रैल 2024 से बिजली के दामों में 10 से 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है। पहले जहां नागरिको को 0 से 100 यूनिट के लिए 5.58 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिल का भुगतान देना पड़ रहा था तो वहीं अब भुगतान 5.88 रुपये यूनिट से देना पड़ेगा, यानी कि अब ग्राहकों को प्रति यूनिट 30 पैसे ज्यादा देने पड़ेंगे।

देशभर में लोकसभा चुनाव का माहौल है. अलग-अलग राजनीतिक दल लुभावने वादे कर रहे हैं। लेकिन महाराष्ट्र में इस चुनावी माहौल के बीच जनता को तगड़ा झटका लगा है। जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र की महाराष्ट्र इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमिशन (MERC) ने बिजली की नई दरें तय कर दी हैं। जो नए दरें सामने आई हैं, वह पहले से 20 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं। हालांकि डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि इस बढ़ोतरी का असर, कम आयवर्ग वाले लोगों पर नहीं पड़ेगा।

पहले के मुकाबले अब 101 से 300 यूनिट पर 11 रुपये 46 पैसे, 301 से 500 यूनिट पर 15 रुपये 72 पैसे और 500 यूनिट से ऊपर 17 रुपये 81 पैसे देने होंगे। इस पर महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि MERC ने ये निर्णय लिया है इसका कोई भी असर किसी कम आय वर्ग वाले व्यक्ति पर नहीं पड़ेगा।

शंकर ठक्कर ने कहा पहले ही परेशान मध्यमवर्ग के लिए यह तगड़ा झटका साबित होगा। कम आय के वर्ग को सरकार की कई योजनाओं का लाभ मिलता है जबकि मध्यम वर्ग को इन सभी योजनाओं से मरहूम रखा जाता है और इस तरह एकदम 20 फ़ीसदी तक दाम बढ़ाना यह छोटे एवं मझौले व्यापारी एवं खासकर महिलाएं जो घर से छोटे बड़े उत्पादन करती है उनके लिए भी तगड़ा झटका साबित होगा इसलिए सरकार को इस बड़े हुए दामों पर पुनर्विचार करना चाहिए।


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न्यूज़ डेस्क

"दिनेश लूनिया, एक अनुभवी पत्रकार और 'Luniya Times Media' के संस्थापक है। लूनिया 2013 से पत्रकारिता के उस रास्ते पर चल रहे हैं जहाँ सत्य, जिम्मेदारी और राष्ट्रहित सर्वोपरि हैं।

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