असामाजिक तत्वों ने जैन प्रतिमा को तोड़ कचरे में फेका, गिरफ्तारी की मांग

जैन धार्मिक स्थल पावागढ मे असामाजिक तत्वों ने जैन प्रतिमा को तोङकर कचरे फेका, जिससे जैन समाज में गहरा आक्रोश व्याप्त हो गया। जैन प्रतिमा को कचरे में फेंकने वाले असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार करने की मांग भीनमाल जैन संघ मुंबई ने उठाई। संघ के अध्यक्ष भंवरलाल कोठारी और महासचिव मुकेश वर्धन के संयोजन में गुजरात मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को ज्ञापन भेजकर जैन प्रतिमा तोड़कर कचरे में फेंकने वाले असामाजिक तत्वों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग रखी गई।
ज्ञापन के बिंदु
पावागढ़ में हमारे तीर्थंकर परमात्मा की प्रतिमा को तोड़कर कचरे में फेंककर हमारे हृदय के भी टुकड़े – टुकड़े करने वाले व्यक्ति या ट्रस्ट मंडल की धरपकड़ कर योग्य कार्यवाही की जाए
वह जो स्थान है वो जैन संघ के ट्रस्ट के नाम पर रजिस्टर करवाया जाए, ताकि भविष्य में ऐसा घिनौना कृत्य कभी किसी के द्वारा न हो और जीर्णोद्धार का कार्य पूर्ण रूप से श्री जैन शास्त्रों के हिसाब से करने की संपूर्ण अनुमति दी जाए
पावागढ़ पर्वत किसी व्यक्ति ट्रस्ट या किसी एक समूह की निजी संपत्ति नहीं है l पूर्व से ही , सभी के पूर्वज मिल – जुलकर सुंदर रूप से अपनी अपनी आस्था के केंद्र ईश्वरीय तत्व की आराधना करते आए हैl इसमें एक – दुसरे की आस्था को अतिक्रमण न हो, इसलिए पावागढ़ पर्वत की जो जैन समुदाय की संपत्ति है, वो जैन समुदाय को सुपुर्द की जाए
मार्ग में आनेजाने में या अपनी अपनी संपत्ति में पूजन आराधना करने मे, कोई तकलीफ न हो, एक – दुसरे समुदाय को, किसी प्रकार की तकलीफ न हो, ऐसी उचित व्यवस्थाएं की जाए
पालीताना – गिरनार आदि तीर्थ स्थल में धर्म की सुरक्षा के लिए की गई सालो पुरानी सभी मांगणी पूर्ण की जाय, ताकि दुबारा जैन समाज पर ऐसा आक्रमण होने की संभावना न रहे
ऐसी प्राचीन सभ्यता व संस्कृति वाली प्रतिमा को तोड़कर, उन्होंने न केवल जैन धर्म बल्कि भारत की संस्कृति और सभ्यता पर हमला किया है, ऐसे असामाजिक तत्वों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए
Exactly what I was searching for, regards for putting up.