शाहपुरा
शाहपुरा जिला मुख्यालय पर सिंचाई विभाग के समीप मध्यम वर्गीय परिवार की बेटी अर्पिता भारद्वाज शाहपुरा क्षेत्र की पहले कथक नृत्यांगना है.
जानकारी के अनुसार शाहपुर कस्बे की रहने वालीबेचलर ऑफ टेक्नोलॉजी तक की शिक्षा प्राप्त कर चुकी अर्पिता छोटी उम्र से ही भारत के संस्कृति नृत्य में रुचि दिखाते हुए कथक नृत्य में पारंगत हो गई है और देश के अनेकों क्षेत्र से अपने नृत्य की प्रस्तुतियां दे कर विद्वानों को अचंभित कर रखा है परिवार में कोई भी सांस्कृतिक एवं नृत्य का जानकारी नहीं है इसके बावजूद भी अपने हिम्मत के दम पर कथक नृत्य में भगवान शिव के रुद्राष्टक की धुन पर वाराणसी में बेमिसाल प्रस्तुति दीजिसके अंतर्गत ताल धमार में थाट, उठान, तोड़ा,आमद, परन, टुकड़े एतिहाई आदि को कुशलता से अभिव्यक्त किया। इसके उपरांत ठुमरी पर नृत्य किया कलाकार का देश के कहीं स्वामी स्वागत करके स्वागत प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए.
गौरतलब है की ताजमहोत्सव आगरा, गंगाजल महोत्सव बनारस,महाशिवरात्रि महोत्सव वडक्कुनाथन मंदिर, केरल,महाराणा कुंभ महोत्सव उदयपुर,रंगरसिया महोत्सव दिल्ली, मीरा महोत्सव मेड़ता, उदयपुर दुर्गा रतन महोत्सव आदि में अपना कला का प्रदर्शन किया अर्पिता ने शिमला मे आयोजित अखिल भारतीय नृत्य एवं नाटक प्रतियोगिता में प्रथम पुरुस्कार प्राप्तकिया साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा रसखानपर बनाई गई वित्तचित्र में भी अहम भूमिका निभाई। उदयपुर में आयोजित उदयमानकलाकार पुरस्कार भी प्राप्त कर चुकी है। साथही कुम्भा संगीत रत्न एवं दुर्गा रत्न से भी जानी जाती है.