अपने रैयती जमीन पर मालिकाना हक के लिए दर दर भटकने को मजबूर जहूर अंसारी

- टुण्डी
जामताड़ा जिला के नारायणपुर थाना क्षेत्र के केन्दुआ गांव निवासी जहूर अंसारी आज़ अपने ही रैयती जमीन पर मालिकाना हक प्राप्त करने के लिए दर दर भटकने को मजबूर हैं।
मिली जानकारी के अनुसार जहूर अंसारी पिता लश्करी मियां गांव केन्दुआ, पोस्ट चैनपुर थाना नारायणपुर जिला जामताड़ा का मूल निवासी हैं इनके रैयती जमीन को उसी गांव के कुछ दबंग किस्म के लोगों ने अपने कब्जे में कर लिया है जबकि न्यायालय द्वारा मिली डिग्री का डीड प्रेस को एक प्रति सबूत के तौर पर उपलब्ध कराया गया है फिर भी प्रतिवादी मानने के लिए तैयार नहीं है और न ही न्यायालय द्वारा दी गई डिग्री को ही माना जा रहा है। दबंग द्वारा पंचायत से लेकर न्यायालय तक का आदेश को धत्ता बताकर उक्त जमीन को बांटने को तैयार नहीं।
आश्चर्यजनक बात तो यह है कि जहूर अंसारी का कच्चा मिट्टी का घर है जो कभी भी ध्वस्त हो सकता है उसका झारखंड सरकार का अतिमहत्वाकांक्षी योजना अबुआ आवास योजना का लाभ से वंचित कर दिया गया है और दबंगों का घर होते हुए भी अबुआ आवास की स्वीकृति प्रदान कर दिया गया है। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए केन्दुआ गांव निवासी जहूर अंसारी ने मीडिया से मुखातिब होते हुए जामताड़ा जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि अविलंब अपने रैयती जमीन पर मालिकाना हक दिलाकर इस निरीह असहायों को मदद पहुंचाई जाएं।
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