ओवैसी का चंद्रबाबू नायडू पर तीखा हमला: अब रिटायर हो जाइए और पार्टी की कमान अपने बेटे को सौंपिए
नारा लोकेश को TDP का कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलों के बीच ओवैसी ने दिया बड़ा बयान

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अमरावती/कुरनूल। तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के भीतर नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाओं के बीच एक राजनीतिक भूचाल उस समय आ गया जब AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और TDP अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू को खुली चुनौती दे डाली। ओवैसी ने नायडू को सलाह दी कि अब उन्हें “अपने जूते टांग देने चाहिए” यानी रिटायर होकर पार्टी की कमान अपने बेटे नारा लोकेश को सौंप देनी चाहिए।
रविवार रात कुरनूल ज़िले के आदोनी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा,
“चंद्रबाबू नायडू साहब, आप अपने बेटे लोकेश के राजनीतिक भविष्य को खुद बर्बाद कर रहे हैं। आपकी जगह तो अब साफ है, आपके बाद आपकी गद्दी पर कोई और नहीं बल्कि आपका बेटा ही बैठेगा। जूनियर एनटीआर तो पार्टी में नहीं आने वाले! आप खुद ही लोकेश को उलझन में डाल रहे हैं।”
उन्होंने तीखा कटाक्ष करते हुए कहा,
“आपने नौ सालों तक अविभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शासन किया और फिर विभाजित राज्य में पांच साल तक। बस बहुत हुआ! अब वक्त है कि आप अपने बेटे को राजनीति में स्थायी तौर पर स्थापित करें।”
क्या TDP में जल्द होगा नेतृत्व परिवर्तन?
TDP के भीतर नारा लोकेश को कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलें पिछले कुछ समय से तेज़ हो गई हैं। पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया है, ताकि जनता और कार्यकर्ताओं को स्पष्ट संकेत मिल सके कि अगला नेतृत्व कौन संभालेगा।
हाल ही में आयोजित TDP के ‘महानाडु’ अधिवेशन में यह कयास लगाए जा रहे थे कि नारा लोकेश के कार्यकारी अध्यक्ष बनने की औपचारिक घोषणा हो सकती है। लेकिन पार्टी नेतृत्व की ओर से अभी तक इस पर कोई स्पष्ट ऐलान नहीं किया गया, जिससे और अटकलें तेज़ हो गई हैं।
वक्फ अधिनियम पर भी हमला
ओवैसी ने केवल नायडू पर ही नहीं, बल्कि केंद्र सरकार द्वारा संशोधित वक्फ (संशोधन) अधिनियम पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह कानून मुसलमानों के धार्मिक और संपत्ति अधिकारों में सीधे दखल देता है।
“यह संशोधन मुस्लिमों के हक छीनने की एक चाल है। हम इसे संसद और सड़क—दोनों जगह चुनौती देंगे।”
ओवैसी की सियासी चाल?
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, ओवैसी का यह बयान न केवल नायडू पर सीधा हमला है, बल्कि आंध्र प्रदेश की राजनीति में AIMIM की बढ़ती दखल का संकेत भी है। यह बयान ऐसे समय आया है जब TDP आंतरिक चुनौतियों से जूझ रही है और राज्य में YSR कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिल रही है।
ओवैसी का यह बयान सिर्फ एक सलाह नहीं, बल्कि चंद्रबाबू नायडू के लिए एक राजनीतिक अलार्म है। क्या नायडू अब अपनी राजनीतिक विरासत लोकेश को सौंपने का साहस दिखाएंगे? या TDP एक बार फिर आंतरिक असमंजस में उलझ जाएगी? जवाब आने वाले दिनों में सामने आ सकता है।