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अमेरिका में सवा करोड़ की नौकरी और लग्जरी जीवन छोड़कर ऋषि जवेरी लेंगे जैन दीक्षा, माँ भी बनेंगी साध्वी

- भायंदर
मुंबई के भायंदर निवासी ऋषि जवेरी, जो मूलतः महाराष्ट्र के ठाणे जिले से हैं।
8 जून को शाहपुर में जैन दीक्षा लेकर साधु जीवन अपनाएंगे। ऋषि पिछले 28 वर्षों से अमेरिका में रह रहे हैं और एक प्रतिष्ठित कंपनी में कार्यरत हैं। वे सालाना सवा करोड़ रुपये से अधिक की सैलरी और अत्यधिक लग्जरी जीवन जी रहे थे। 30 वर्षीय ऋषि जवेरी ने अब सांसारिक सुख-सुविधाओं को त्यागने का निर्णय लिया है। उनके साथ उनकी माताजी भी दीक्षा लेंगी और दोनों संयमित जीवन की ओर अग्रसर होंगे।
ऋषि का यह निर्णय समाज में चर्चा का विषय बना हुआ है। युवावस्था में ऐश्वर्य और विलासिता को छोड़कर आध्यात्मिक मार्ग अपनाना एक असाधारण कदम माना जा रहा है। ऋषि और उनकी माताजी 8 जून को शाहपुर में जैन परंपरा के अनुसार गुरु भगवंतों की उपस्थिति में दीक्षा अंगीकार करेंगे।