नए कड़क एसपी राकेश कुमार से अवाम आशान्वित, बढ़ते अपराध में अवश्य आयेगी कमी – डॉ अरविन्द वर्मा, चेयरमैन
एसपी पी राकेश कुमार के काम करने का तरीका ही अलग, रिज़ल्ट जल्द मिलेगा

ANA/Indu Prabha
खगड़िया। नव पदस्थापित पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार पद भार ग्रहण करते ही फुल ऐक्शन में आ गए। उनके कड़े तेवर देखते ही ज़िले के सभी थानाध्यक्ष एवं अन्य पुलिस कर्मी काफी सक्रिय हो गए। कड़ाके की ठंड में भी रात्रि पेट्रोलिंग करते पुलिस नजर आने लगी है। हर अधिकारी के काम करने का तौर तरीका अलग अलग ही होता है। यही खगड़िया है, जहाँ अनेकों एस पी के कलापों को मैंने नजदीक से देखा और मुआयना भी किया।
हमने पाया, कोई एसपी कभी फील्ड में निकलते ही नहीं थे, सिर्फ़ चैंबर में बैठ कर ही अपनी ड्यूटी का निर्वाह करते थे। दिनभर फाइलों में ही डूबे रहते थे। वर्षों से पेंडिंग पड़े फाइलों का निष्पादन करते और कराते थे। उनका काम बोलता था। आम जनता और निरीह लोगों का काम तेजी से होने लगा था। उन्हें आम नागरिकों से वाह वाही भी मिलने लगी थी। दूसरी तरफ़ सफेद पोश माफियाओं, लुटेरे, हत्यारे और अपराधी प्रवृति के लोगों के बीच हड़कंप मच गया था। पेंडिंग पड़े वारंटियों की गिरफ्तारियां भी तेजी से होने लगी थी। वहीं, दूसरे तरह के भी एसपी आए जो अधिकतर फील्ड में ही रहते थे।
अचानक ज़िले के विभिन्न क्षेत्रों में चला जाना, अर्द्ध रात्रि में खुद ही भ्रमण कर रात्रि ड्यूटी में लगे पुलिस पदाधिकारियों की जांच करना। घटना की सूचना मिलते ही फ़ौरन घटना स्थल पर पहुंच जाना, उनकी रूटीन बन गई थी। पुलिस और अपराधियों में दहशत फैला था। मैंने सिर्फ़ काम करने का अपना अपना तरीका बताया। आगे, लोग खुद समझदार हो चुके हैं। क्या अच्छा, क्या बुरा ? सब की अच्छी परख और जानकारियां हैं ? उक्त बातें, बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा ने एक विशेष भेंट में मीडिया से कही। आगे उन्होंने कहा नए एसपी राकेश कुमार भी कड़क अधिकारी के रूप में पूरे बिहार में चर्चित रहे हैं।
अब देखना है खगड़िया जिले में अपराध नियंत्रण पर कैसी कैसी कार्रवाइयां करते हैं ? शराब माफियाओं पर कैसे नकेल कसते हैं ? सफेदपोश नेताओं को कैसे सबक सिखाते हैं ? शहर के होटलों में चल रहे अवैध धंधों पर कैसे रोक लगाते हैं ?
आगे डॉ वर्मा ने कहा हर महकमे में ईमानदार और भ्रष्ट अधिकारी रहते हैं। कुछ अधिकारी अपनी चापलूसी की बदौलत अपने आला अधिकारी के नाक का बाल बन खूब अवैध वसूली कर मालो माल हो जाते हैं। वहीं दूसरी तरफ़ वैसे ईमानदार पदाधिकारी भी रहते हैं जो विभागीय नियमानुसार ही कार्यों का संपादन किया करते हैं। ऐसे अधिकारियों को कभी कभी अपने आला अधिकारियों के कोप का भाजन भी बनना पड़ता है। आगे डॉ वर्मा ने कहा नए एसपी कौन सा कदम उठाते हैं ? आने वाले दिनों में अवश्य दिखाई देने वाला है। फ़िलहाल इंतजार करना ही होगा। आगे डॉ वर्मा ने नए एसपी को साधुवाद देते हुए मीडिया से कहा जिले की आम नागरिक एसपी राकेश कुमार से काफ़ी आशान्वित हैं कि ज़िले में बढ़ते हुए अपराध में अवश्य कमी आयेगी।