बाड़मेर में गृह राज्य मंत्री ने लगाई फटकार, कहा – “पुलिस आमजन से करे सम्मानजनक व्यवहार, पीड़ित को मिले न्याय

बाड़मेर/जयपुर: गृह राज्य मंत्री जवाहर बेढ़म ने रविवार को अपने बाड़मेर दौरे के दौरान जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि पुलिस को आमजन के साथ सम्मान और सहानुभूति के साथ पेश आना चाहिए, ताकि कोई भी फरियादी अपने साथ न्याय की उम्मीद लेकर घर लौटे, न कि निराशा और अपमान का घूंट पीकर।
पुलिस जनता से करे सम्मानजनक व्यवहार, पीड़ितों को दिलाएं पूरा न्याय – गृह राज्य मंत्री जवाहर बेढ़म की दो टूक
“अगर हमारा व्यवहार रूखा होगा, तो सही छवि नहीं जाएगी” – मंत्री बेढ़म
मंत्री बेढ़म ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि पुलिस का व्यवहार पीड़ितों के प्रति कठोर और उपेक्षापूर्ण रहेगा, तो आमजन में पुलिस की नकारात्मक छवि और भी गहराएगी। उन्होंने इस दौरान बाड़मेर पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों की खुले मंच से सराहना की, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि इन अभियानों से आमजन का विश्वास तभी मिलेगा जब व्यवहार में भी बदलाव नजर आए।
पुलिस – अपराधियों में डर, आमजन में भरोसा: लेकिन क्या वास्तव में ऐसा है?
लूनिया टाइम्स का यह स्पष्ट मानना है कि ‘पुलिस आमजन में विश्वास की प्रतीक नहीं बन सकी है।’
आंकड़े कुछ भी कहें, लेकिन हकीकत में आज भी आम आदमी जब थाने का दरवाजा खटखटाता है, तो उसे डर लगता है – डर केस न लिखे जाने का, डर अधिकारी के बदसलूकी का, और डर उस मानसिक शोषण का जो कई बार बुजुर्गों व महिलाओं के साथ किया जाता है।
सीनियर सिटीजन से होता है सबसे बुरा व्यवहार
हम यह कहने में बिल्कुल नहीं हिचकते कि पुलिस की सबसे असंवेदनशील और रुखी शैली सीनियर सिटीजन के प्रति होती है। उम्र का लिहाज करना तो दूर, कई बार थाने में उनके साथ ऐसा व्यवहार होता है मानो वो अपराधी हों। ऐसे असंवेदनशील पुलिसकर्मियों की जमात पुलिस के अपने सिद्धांतों के विरुद्ध है।
लूनिया टाइम्स की कलम – हमेशा आमजन की आवाज
लूनिया टाइम्स बीते वर्षों से ऐसे रूखे, बदतमीज और संवेदनहीन पुलिसकर्मियों की शिकायतें संबंधित विभागों को भेजता आया है। हमारा मकसद केवल आलोचना नहीं, सुधार है।
हमारा आग्रह है कि –
- पुलिस थानों में हेल्प डेस्क हो जो संवेदनशील अधिकारियों द्वारा संचालित हो।
- सीनियर सिटीजन और महिलाओं की सुनवाई प्राथमिकता से हो।
- पीड़ित को एक इंसान की तरह समझा जाए, केवल एक केस नंबर की तरह नहीं।
उद्योग राज्य मंत्री के के विश्नोई, विधायक प्रियंका चौधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्र सिंह चांदावत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री जसराम बोस, अन्य विभागीय अधिकारी बैठक में ये मौजूद रहे.
मंत्री बेढम की आवाज के साथ लूनिया टाइम्स की भी यही कोशिश रहेगी कि पुलिस-जन संवाद मजबूत हो, लेकिन सम्मान और न्याय के उसूलों पर। वरना वर्दी का रौब, आमजन के भरोसे को सदा कुचलता रहेगा।
अगर आप भी पुलिस के किसी असंवेदनशील व्यवहार का शिकार हुए हैं, हमें लिखें –
luniyatimes24@gmail.com
हम आपकी आवाज बनेंगे।
रिपोर्ट: लूनिया टाइम्स न्यूज़ डेस्क