
जोधपुर। राजस्थान उच्च न्यायालय में आयोजित एक भव्य समारोह में मुख्य न्यायाधीश श्री वास्तव ने राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त न्यायाधीश मनीष शर्मा को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। यह शपथ ग्रहण समारोह उच्च न्यायालय की मुख्यपीठ जोधपुर में संपन्न हुआ, जिसमें न्यायपालिका से जुड़े कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
समारोह में उपस्थित विशिष्टजन
इस महत्वपूर्ण अवसर पर राजस्थान हाईकोर्ट के सभी न्यायाधीश, महाधिवक्ता, अतिरिक्त महाधिवक्ता, राजकीय अधिवक्ता एवं अधिवक्तागण मौजूद रहे। न्यायिक प्रक्रिया और विधि व्यवस्था से जुड़े अनेक वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। राजस्थान हाईकोर्ट लॉयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आनंद पुरोहित, एडवोकेट प्रवीण रमेश जैन, पूर्व राजकीय अधिवक्ता मुकेश त्रिवेदी, अधिवक्ता हरीश जांगिड़ सहित कई वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने नव नियुक्त न्यायाधीश का माल्यार्पण कर स्वागत किया और शुभकामनाएं दीं।
न्यायाधीश मनीष शर्मा की न्यायिक यात्रा
पत्रकार वार्ता के दौरान एडवोकेट प्रवीण रमेश जैन ने न्यायाधीश मनीष शर्मा की कानूनी यात्रा पर प्रकाश डालते हुए उनके अधिवक्ता से उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बनने तक की सफलता का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि न्यायाधीश मनीष शर्मा ने अपने विधि ज्ञान, न्यायिक समझ और समाज के प्रति प्रतिबद्धता के आधार पर यह महत्वपूर्ण पद प्राप्त किया है।
न्यायपालिका को मिलेगी गति
एडवोकेट प्रवीण रमेश जैन ने बताया कि अब राजस्थान हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 34 हो गई है, जिससे न्याय प्रक्रिया में और अधिक गति आएगी। इससे लंबित मामलों के निस्तारण में तेजी आएगी और आम जनता को न्याय मिलने की प्रक्रिया और सशक्त होगी। शपथ ग्रहण समारोह के अवसर पर सभी अधिवक्ताओं और न्यायिक अधिकारियों ने नव नियुक्त न्यायाधीश को बधाई दी और आशा व्यक्त की कि उनके नेतृत्व में न्यायपालिका को नई दिशा और मजबूती मिलेगी।