सरस्वती विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक सादड़ी द्वारा मांडीयगढ़ गांव में सांस्कृतिक संध्या का भव्य आयोजन

"खुशाल लूनिया एक ऐसा नाम है जो युवा ऊर्जा, रचनात्मकता और तकनीकी समझ का प्रतीक है। एक ओर वे कोड की दुनिया में HTML, CSS से शुरुआत कर JavaScript और Python सीखने की ओर बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर ग्राफिक डिज़ाइन में भी उनका टैलेंट कमाल का है। बतौर डेस्क एडिटर, लूनिया टाइम्स में वे अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं।"
सरस्वती विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय सादड़ी द्वारा मांडीयगढ़ गांव में सांस्कृतिक सप्ताह का शुभारंभ सांस्कृतिक संध्या के आयोजन के साथ हुआ।
इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का सुंदर प्रदर्शन कर सभी उपस्थितजनों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। दीप प्रज्वलन समारोह में मुख्य अतिथि वजाराम जाट, अध्यक्षता कर रहे प्रेमसिंह राजपुरोहित तथा विशिष्ट अतिथि पेमाराम भील उपस्थित रहे। अतिथियों का स्वागत एवं परिचय सहायक प्रधानाचार्य भेराराम परिहार ने करवाया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मांगीलाल ने अपने वक्तव्य में अहिल्या बाई होलकर के जीवन व कार्यों पर प्रकाश डाला तथा विद्या भारती की भूमिका एवं उद्देश्यों से विद्यार्थियों को अवगत कराया। सांस्कृतिक संध्या के दौरान विद्यालय के भैया-बहिनों ने विविध प्रस्तुतियाँ दीं जिनमें सरस्वती वंदना, लोक नृत्य, सामूहिक गीत, कविता पाठ तथा भाषण आदि शामिल रहे।
कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रस्तुति देने वाले भैया-बहिनों को पुरस्कार भी वितरित किए गए। पुरस्कारों की संपूर्ण व्यवस्था ग्राम मांडीयगढ़ के प्रेमसिंह राजपुरोहित द्वारा की गई, जिनका विद्यालय परिवार की ओर से आभार प्रकट किया गया। संपूर्ण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ तथा स्थानीय ग्रामीणों ने भी बड़ी संख्या में उपस्थित होकर विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया।