News

साइबर धोखाधड़ी के नए-नए हथकंडों से बचाव के लिए पुलिस मुख्यालय ने जारी की एडवाइजरी

डीजीपी साइबर क्राइम ने दी फर्जी डिजिटल नोटिस एवं ई मेल से बचने की सलाह

जयपुर, 11 मार्च।

राजस्थान पुलिस ने साइबर ठगों द्वारा अपनाये जा रहे नये-नये साइबर धोखाधड़ी के हथकंडों सेे बचाव के लिए आमजन को फर्जी डिजिटल नोटिस, फर्जी ई-मेल और खुद को सरकारी विभागों या एजेंसियों का प्रतिनिधि बताकर पैसे जमा कराने की धमकी जैसे मामलों में सर्तकता बरतने की सलाह दी है।

महानिदेशक पुलिस, साइबर क्राइम, डॉ. रविप्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि प्रदेश में साइबर ठगी के प्रकरणों के बारे में नागरिकों को जागरूक करने के उद्देश्य से विभिन्न जागरूकता अभियान जिला पुलिस अधीक्षक, साइबर थानों, राजस्थान पुलिस के सोशल मीडिया हैं​डिल के जरिये चलाये जा रहे हैं। इनमें लोगों को ठगी के नए तौर तरीकों के बारे में आगाह करते हुए शिक्षित किया जाता है।

प्रतीकात्मक तस्वीर

महानिदेशक डॉ मेहरड़ा ने बताया कि साइबर ठगों द्वारा साइबर अपराध का नया तरीका खोज निकाला है। इसमें अपराधी आमजन को आईबी, सीबीआई, इंटरपोल और इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर (I4C) का अधिकारी बनकर फोन कर कहते है “आपके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है”। गिरफ्तारी का भय दिखाकर मामलें को रफा-दफा करने का प्रलोभन देकर रुपये ऐंठने का प्रयास किया जाता है।

डॉ मेहरड़ा ने बताया कि पीड़ितों द्वारा आनाकानी करने पर इन जांच एवं सुरक्षा एजेंसियों के नाम से फर्जी डिजिटल दस्तावेज तैयार कर उनके नाम से नोटिस, गिरफ्तारी वारंट आदि भेजे जाते है। जिसमें 24 घंटे के अंदर जवाब देने की बात कही जाती है। 24 घंटे में जवाब न देने पर पीड़ितों के खिलाफ पुलिस थानें में कार्यवाही एवं नेशनल रजिस्टर ऑफ माइनर सेक्स ऑफेंडर व मीडिया के पास प्रकरण भेज दिये जाने की धमकी दी जाती है। साथ ही साइबर ठगों द्वारा डिजिटल जाली दस्तावेजों में जांच एजेंसियों के “लोगो” व जाली हस्ताक्षर कर पोक्सो एक्ट, चाइल्ड़ पोर्नोग्राफी एवं आईटी एक्ट से संबंधित अपराधों का भय दिखाकर आमजन को साथ साइबर धोखाधडी का प्रयास किया जाता है।


यह भी पढ़े   एकता भक्ति श्रद्धा और समरसता का अद्भुत संगम है अयोध्या धाम – वासुदेव देवनानी


डॉ. मेहरड़ा ने कहा कि साइबर ठगों द्वारा जारी फर्जी डिजिटल नोटिस के भय से पैसा जमा नहीं कराये। ऐसे बहुत से फर्जी ईमेल/नोटिस जिसमें आईबी, सीबीआई, इंटरपोल, इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर (I4C) एवं साइबर अधिकारी होने का दावा किया जाकर पैसे जमा करवाने की धमकी दी जाती है, उनके बारे में सर्तकता बरतें। ऐसे फर्जी प्रकरणों में आमजन डरकर पैसा जमा करवाने की बजाय संबंधित पुलिस थाना/साइबर थाना, साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल https://cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करवायें।

Khushal Luniya

Meet Khushal Luniya – A Young Tech Enthusiast, AI Operations Expert, Graphic Designer, and Desk Editor at Luniya Times News. Known for his Brilliance and Creativity, Khushal Luniya has already mastered HTML and CSS. His deep passion for Coding, Artificial Intelligence, and Design is driving him to create impactful digital experiences. With a unique blend of technical skill and artistic vision, Khushal Luniya is truly a rising star in the tech and Media World.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
21:45