प्रयागराज में सुप्रीम कोर्ट की क्षेत्रीय न्यायपीठ की स्थापना को लेकर संसद में गूंजी प्रमोद तिवारी की आवाज
- लालगंज, प्रतापगढ़
- रिपोर्ट विजय शुक्ला लूणिया टाईम्स न्यूज़
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता ने हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट की आयु सीमा में बढोत्तरी को लेकर भी उठाया अहम मुददा, महिला एवं बाल स्वास्थ्य को लेकर की घेराबंदी राज्यसभा में गुरूवार को वक्तव्य देते सांसद प्रमोद तिवारी
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने गुरूवार को यूपी के प्रयागराज में सुप्रीम कोर्ट की क्षेत्रीय न्यायपीठ की स्थापना को लेकर केन्द्र सरकार का महत्वपूर्ण ध्यानाकर्षण कराया। सांसद प्रमोद तिवारी के राज्यसभा में उठाए गए इस महत्वपूर्ण मुददे पर कई सांसदों के मिले समर्थन से प्रयागराज में सुप्रीम कोर्ट के क्षेत्रीय न्यायपीठ की स्थापना की सार्थक पहल सामने आयी है।
गुरूवार को राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने सरकार के सामने यह महत्वपूर्ण सुझाव रखा कि यदि भविष्य में कभी सरकार की सर्वोच्च न्यायालय से जुड़े क्षेत्रीय न्यायपीठों की स्थापना की मंशा हो तो देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश के एक प्रतिष्ठित और प्राचीनतम शहर प्रयागराज में सुप्रीम कोर्ट की एक क्षेत्रीय न्यायपीठ की स्थापना करायी जानी चाहिए।
उन्होनें संसद में अपने वक्तव्य में इस बात पर भी सरकार से जानना चाहा कि क्या कांग्रेस की सरकार ने जिस तरह से हाईकोर्ट के जजों की आयु सीमा बासठ से बढ़ाकर पैंसठ वर्ष और सुप्रीम कोर्ट के जजों की आयु सीमा पैंसठ से बढ़ाकर सत्तर वर्ष करने का विचार रखती थी, उस तर्ज पर मौजूदा सरकार देश को कोई आश्वासन देगी।
वहीं राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने सरकार से न्यायाधीशों के वेतन तथा भत्ते बढ़ाए जाने पर भी सरकार का ध्यानाकर्षण किया। सांसद प्रमोद तिवारी के इस अहम सवाल का कई सांसदों के समर्थन के बावजूद कानून मंत्री न्यायिक क्षेत्र के इस अहम मुददे पर स्पष्ट आश्वासन को लेकर टालू मुद्रा में दिखे।
इधर राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने सदन में स्वास्थ्य क्षेत्र में बच्चों एवं महिलाओं से जुड़ा अहम सवाल भी उठाया है। उन्होंने बाल टीकाकरण तथा महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर को लेकर सरकार की असफलताओं को लेकर भी घेराबंदी की। उन्होंने यूएनओ तथा यूनिसेफ के आकलन का हवाला देते हुए संसद में कहा कि वैश्विक टीकाकरण में भी देश की स्थिति दुनिया के बावन खराब देशों में होना चिन्ताजनक है।
स्वास्थ्य से जुडे इस अहम सवाल में राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि महिलाओं में अठारह प्रतिशत सर्वाइकल कैंसर के कारण उनमें कैंसर की गंभीर बीमारी होना महिला स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकारी प्रयास की उदासीनता है। वहीं उन्होने कोविशील्ड वैक्सीन के चलते बढ़ती असामयिक मृत्यु को लेकर भी संसद में सरकार पर गैरजिम्मेदारानापन को लेकर तंज कसा। उक्त जानकारी राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी के मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल द्वारा यहां जारी विज्ञप्ति में दी गयी है।
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