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राज्यपाल बागडे ने ‘महाचिंतनी’ समारोह में भाग लिया – समाज में अच्छे विचारों का प्रचार करने का आह्वान किया

राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा है कि मानव धर्म सबसे श्रेष्ठ धर्म है। उन्होंने संत—महात्माओं के जीवन से प्रेरणा लेते हुए समाज के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करने पर जोर दिया। उन्होंने ‘महानुभव पंथ’ की चर्चा करते हुए जाति, पाति, धर्म भेद से परे मानवता के धर्म को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए समाज के सभी वर्गों को जोड़कर जीवन उत्कर्ष के लिए कार्य करने का आह्वान किया है।
राज्यपाल बागडे शनिवार को महाराष्ट्र के जालना में आयोजित ‘महाचिंतनी’ कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महानुभाव संप्रदाय में संतों ने वर्ण व्यवस्था और जाति व्यवस्था को चुनौती देते हुए महिलाओं को शिक्षा और समानता का अधिकार प्रदान किया है।
उन्होंने महानुभाव संप्रदाय के बा. भो. शास्त्री द्वारा सामाजिक, धार्मिक, साहित्य और समाज सुधार के क्षेत्र में किए कार्यों का स्मरण करते हुए ‘महाचिंतनी’ के जरिए समाज में अच्छे विचारों का प्रचार करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संत जीवन के आलोक होते हैं। संतों का जीवन अपने लिए नहीं पूरे समाज के लिए होता है। उन्होंने सर्व—समभाव की भारतीय संत—संस्कृति को आदर्श बनाने का आह्वान किया।
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