- उदयपुर
अणुव्रत अनुशास्ता, प्रेक्षा प्रणेता आचार्य महाप्रज्ञ अलंकरण दिवस के उपलक्ष्य में शहर में प्रवासित ध्यान साधक मुनि सुरेश कुमार के सान्निध्य में कि वृहद रैली के साथ जीवन विज्ञान दिवस का शुभारंभ हुआ।
रैली में राजकीय माध्यमिक विद्यालय सौभागपुरा, मिकाडो स्कुल, व तुलसी निकेतन के 200 विद्यालय के विद्यार्थी महिला अहिंसा प्रशिक्षण केन्द्र से दो की कतार में अणुव्रत. प्रेक्षा ध्यान, जीवन विज्ञान के घोष करते हुए महाप्रज्ञ विहार पहुँचे। यहाँ पहुंचकर रैली जीवन विज्ञान दिवस कार्यक्रम में तब्दील हो गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुनि सम्बोध कुमार’ मेघांश’ ने कहा- जीवन का उद्देश्य हो कि जीवन उद्देश्य भरा हो। हर सांस को एक मकसद दे। एक मिनट के लिए साँस को होल्ड करें फिर देखे जीवन स्वयं उन्नति के पथ पर चल पड़ेगा। दुनिया के सभी शिक्षा संस्थान भावी पीढी के आई. क्यु ग्रो करने की जुनूनियत है। अब जरूरी है कि विद्या संस्थानों में स्वास लेने जी कला सिखायी जाए। जीवन विज्ञान अधुरी शिक्षा पद्धति को सम्पूर्णता देती है।
मुनि सिद्धप्रज्ञ ने कहा- जीवन में पढ़ लिखकर डॉकटर, इंजिनियर, आइएएस, आई पी एस बन जाए यह अच्छा है, किन्तु विद्या प्राप्ति का उद्देश्य है अच्छा इंसान बनना। परीक्षा में नकल करने से बेहतर है कि हम इमानदारी से पास हो। मुनि ने विद्यार्थीयों को संकल्प और स्मृति विकास के प्रयोग भी करवाए।
स्वागत तेरापंथ सभाध्यक्ष कमल नाहटा अणुव्रत समिति मंत्री कुंदन भटेवरा, आभार सभा उपाध्यक्ष कमल पोरवाल, मंच संचालन सभा उपाध्यक्ष विनोद कच्छारा ने किया। इस अवसर पर महिला मंडल अध्यक्षा सीमा बाबेल, वैभव चौधरी,मंजु इंटोदिया, खुशबु कंठालिया,रेखा जैन, उत्तम रुणवाल आदि का उल्लेखनीय सहयोग मिला।