सादड़ी नगर पालिका में आरक्षण सूची में गड़बड़ी का आरोप, नेता प्रतिपक्ष राकेश रेखराज मेवाड़ा ने उठाए गंभीर सवाल

- सादड़ी
सादड़ी नगर पालिका के आरक्षण निर्धारण में भारी अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए नेता प्रतिपक्ष राकेश रेखराज मेवाड़ा ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित वार्डों की सूची में वोटर आंकड़ों में भारी हेराफेरी की गई है, जिससे जनप्रतिनिधियों की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
मेवाड़ा का कहना है कि नगर पालिका द्वारा भेजे गए रिपोर्ट में ऐसे वार्डों को अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित किया गया है जहाँ वास्तव में SC वोटर न के बराबर हैं। उदाहरण के लिए:
- वार्ड संख्या 20 में 836 SC वोटर दर्शाए गए, जबकि वास्तव में SC वोटर नहीं हैं।
- वार्ड संख्या 28 में 520 SC वोटर दिखाए गए, जबकि मात्र 10 SC वोटर ही हैं।
- इसी प्रकार वार्ड 19, 33, 17, 27 और 4 में भी SC जनसंख्या को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया है।
इसी तरह ST वर्ग के लिए भी लॉटरी के लिए चयनित वार्डों में भारी विसंगतियाँ सामने आई हैं:
- वार्ड 5, 7, 10, 22 और 24 में ST वोटरों का प्रतिशत तो अधिक दर्शाया गया है, लेकिन वहां ST वोटर मौजूद ही नहीं हैं।
मेवाड़ा ने सवाल उठाया है कि आखिर ऐसे फर्जी आंकड़ों के आधार पर आरक्षण तय करना किस उद्देश्य से किया गया? क्या यह किसी विशेष पार्टी के प्रत्याशी को लाभ पहुँचाने के लिए योजनाबद्ध भ्रष्टाचार है?
उन्होंने कहा:
“क्या नगरपालिका प्रशासन को लगता है कि झूठ और फर्जीवाड़ा करके बीजेपी फिर से सत्ता हथिया लेगी? अब सादड़ी की जनता जाग चुकी है, और इस बार भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
उन्होंने यह भी चेताया कि यदि जिला प्रशासन इस मामले में निष्पक्ष जांच नहीं करता, तो वे उच्च न्यायालय और राज्य निर्वाचन आयोग का दरवाज़ा खटखटाने से पीछे नहीं हटेंगे।
जनता से अपील
राकेश रेखराज मेवाड़ा ने जनता से अपील की है कि वे इस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाएं और निष्पक्ष चुनाव की मांग करें। उनका कहना है कि यह सिर्फ़ राजनीति का मामला नहीं बल्कि लोकतंत्र और सामाजिक न्याय की बुनियाद को चुनौती देने का प्रयास है।