किशोरावस्था जीवन का बसंतकाल, किशोरी सशक्तिकरण समय की आवश्यकता – रावल

सादड़ी। किशोरावस्था जीवन का बसंतकाल है। किशोरी सशक्तिकरण समय की आवश्यकता है। उक्त उद्गार सेवा भारती जिला महिला कार्य प्रमुख तथा द वेलिंगटन इंग्लिश एकेडमी स्कूल सादड़ी की प्रधानाध्यापिका निकिता रावल ने स्थानीय पीएम श्री श्री धनराज बदामिया राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सादड़ी में आयोजित किशोरी सशक्तिकरण कार्यशाला में व्यक्त किए।
निकिता रावल ने कहा कि हमें जीजा बाई, अहिल्याबाई होलकर, रानी लक्ष्मीबाई से प्रेरित होकर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभानी चाहिए।
प्रधानाचार्य विजय सिंह माली ने कहा किशोरी सशक्तिकरण हेतु किशोरियों का शिक्षित, स्वस्थ व स्वावलंबी होना जरूरी है इस हेतु हमें प्रयास करने चाहिए।
सरस्वती पूजन से प्रारंभ हुई इस कार्यशाला में सर्व प्रथम मीना राजू गार्गी मंच प्रभारी सुशीला सोनी ने मीना राजू गार्गी मंच की जानकारी दी तत्पश्चात कविता कंवर ने किशोरावस्था के महत्व व किशोरावस्था की चुनौतियों पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में किशोरी सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं जैसे किशोरी शिक्षा, किशोरी स्वास्थ्य व किशोरी स्वावलंबन को लेकर चर्चा की गई।
सरस्वती पालीवाल व मनीषा सोलंकी ने किशोरी सशक्तिकरण से संबंधित गतिविधियां करवाई। किशोरियों ने आत्मरक्षा का भी प्रात्यक्षिक प्रस्तुत किया। इस अवसर पर राजबाला राठौड़, सुमन व नीरु शक्तावत ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यशाला में मीना राजू गार्गी मंच प्रभारियों का सम्मान किया गया।
मंच संचालन प्रकाश कुमार शिशोदिया ने किया। इस अवसर पर स्नेह लता गोस्वामी मधु गोस्वामी महावीर प्रसाद कन्हैयालाल वीरम राम चौधरी रमेश सिंह राजपुरोहित रमेश कुमार वछेटा गजेन्द्र सिंह समेत समस्त स्टाफ व बीएड प्रशिक्षु फरीन, राजकुमारी,डिंपल, मनीषा, प्रिया राजपुरोहित उपस्थित रहीं।
उल्लेखनीय है कि सरकारी विद्यालयों में मीना राजू गार्गी मंच के माध्यम से किशोरी सशक्तिकरण की गतिविधियों का आयोजन किया जाता है।