गुरलाँ ग्राम पंचायत के वार्डों का पुनर्गठन कर व्यवस्थित ब्लॉक बनाने की मांग

गुरलाँ / सत्यनारायण सेन। गुरलाँ ग्राम पंचायत के वार्डों का वर्तमान गठन अव्यवस्थित है, जिसके कारण गांव के विकास में बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। वार्डों की सीमाएं इस प्रकार तय की गई हैं कि एक ही वार्ड गांव के दोनों छोर पर स्थित है, जबकि बीच में अन्य वार्ड मौजूद हैं। इस अव्यवस्थित व्यवस्था के कारण वार्डों में विकास कार्य प्रभावित हो रहा है।
उदाहरण के तौर पर, वार्ड नंबर पांच का एक हिस्सा बस स्टैंड क्षेत्र में है, जबकि दूसरा हिस्सा गांव के अंतिम छोर पर स्थित रेगरो मोहल्ले में है। इन दोनों हिस्सों के बीच वार्ड नंबर तीन, चार और छह-सात स्थित हैं। इसी तरह की स्थिति अन्य वार्डों की भी है, जिससे विकास कार्यों में असमानता और अवरोध उत्पन्न हो रहा है।
वार्ड नंबर पांच के दो ब्लॉक बनाए गए हैं, जिनमें रेगरो मोहल्ले के करीब 100 घरों के मतदाता और बस स्टैंड क्षेत्र के करीब 14 घरों के 60 मतदाता शामिल हैं। इस व्यवस्था के कारण अधिक मतदाता वाले ब्लॉक (रेगरो मोहल्ले) का प्रतिनिधित्व ही वार्ड में जीत हासिल करता है, जबकि बस स्टैंड क्षेत्र के मतदाताओं की आवाज कमजोर पड़ जाती है। इसके परिणामस्वरूप, बस स्टैंड क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कभी विजयी नहीं हो पाता और वहां के विकास कार्य अवरुद्ध हो जाते हैं।
इस समस्या के समाधान के लिए ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर, पंचायत राज विभाग और राज्य निर्वाचन आयोग से गुरलाँ ग्राम पंचायत के वार्डों का पुनर्गठन करने की मांग की है। उनका कहना है कि परिसीमन के तहत वार्डों को व्यवस्थित ब्लॉक में बदला जाए, ताकि प्रत्येक क्षेत्र को उचित प्रतिनिधित्व मिल सके और गांव का संतुलित विकास हो सके।
ग्रामीणों ने जोर देकर कहा कि गुरलाँ ग्राम पंचायत के वार्डों का पुनर्गठन कर उन्हें एक व्यवस्थित ब्लॉक में बदला जाए, जिससे गांव के सभी क्षेत्रों का विकास सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि यह कदम ग्रामीणों के हित में होगा और गुरलाँ ग्राम पंचायत के समग्र विकास में सहायक साबित होगा।
ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों से तत्काल कार्रवाई करने की अपील की है, ताकि गुरलाँ ग्राम पंचायत के वार्डों का पुनर्गठन किया जा सके और गांव के विकास को नई गति मिल सके।