देवस्थान विभाग की योजनाओं की समीक्षा बैठक सम्पन्न, मंदिरों के जीर्णोद्धार कार्यों में आएगी तेजी

05 अप्रैल 2025 | जयपुर
देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत की अध्यक्षता में शुक्रवार को शासन सचिवालय, जयपुर में देवस्थान विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में वर्ष 2024-25 की बजट घोषणाओं की प्रगति और वर्ष 2025-26 की प्रस्तावित योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य विभागीय कार्यों की प्रगति को गति देना और बजट योजनाओं की समयबद्ध क्रियान्विति सुनिश्चित करना रहा।
बजट योजनाओं के शत-प्रतिशत क्रियान्वयन के निर्देश
बैठक में मंत्री कुमावत ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि बजट में स्वीकृत सभी योजनाओं एवं कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि कोई भी योजना अधूरी नहीं रहनी चाहिए और सभी कार्यों के लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्ययोजना तैयार की जाए।
जयपुर के मंदिरों के जीर्णोद्धार पर विशेष ध्यान
बैठक में जयपुर स्थित मंदिरों के जीर्णोद्धार एवं मरम्मत कार्यों को प्राथमिकता देने की बात कही गई। निर्देश दिए गए कि इन कार्यों को योजनाबद्ध तरीके से जल्द प्रारंभ किया जाए ताकि धार्मिक स्थलों की संरचना और सुविधा दोनों में सुधार हो सके।
सेवादारों की नियुक्ति के लिए प्लेसमेंट एजेंसी मॉडल
देवस्थान विभाग में अंशकालिक पुजारियों और सेवादारों की नियुक्ति के लिए प्लेसमेंट एजेंसी मॉडल अपनाने पर भी चर्चा हुई। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि इस व्यवस्था को नियमानुसार लागू करने के लिए पूरी तैयारी की जाए ताकि सेवाओं की गुणवत्ता बनी रहे।

सिन्धु दर्शन यात्रा योजना को अधिक आकर्षक और सुविधाजनक बनाने के लिए योजना के संशोधित प्रारूप तैयार करने और उसे प्रचारित-प्रसारित करने के निर्देश दिए गए। उद्देश्य यह है कि अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ ले सकें।
वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में विशेष रेल और विमान सुविधा
वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत इस वर्ष यात्रियों को वातानुकूलित विशेष रेलगाड़ी के माध्यम से यात्रा कराई जाएगी। ट्रेन को राजस्थानी संस्कृति के अनुरूप कस्टमाइज़ करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही काठमांडू तीर्थ यात्रा के लिए हवाई सेवा को जारी रखने का निर्णय भी लिया गया।
निर्माण तकनीकी विंग का गठन होगा
देवस्थान विभाग में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए एक पृथक निर्माण तकनीकी विंग के गठन की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। इस विंग के गठन से अन्य विभागों पर निर्भरता कम होगी और मंदिरों के विकास कार्य अधिक प्रभावी ढंग से हो सकेंगे।
अराजकीय मंदिरों के पट्टे और मुआवजा प्रक्रिया में तेजी
राज्यभर में स्थित अराजकीय मंदिरों के पट्टे बनाने की प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश बैठक में दिए गए। साथ ही मंदिरों और ट्रस्टों की सरकारी प्रयोजन हेतु अधिग्रहित भूमि के मुआवजे की राशि का उपयोग मंदिरों के जीर्णोद्धार और जनसुविधाओं के विकास में किया जा सके, इसके लिए प्रक्रिया को सरल और त्वरित बनाने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक में शामिल प्रमुख अधिकारी
इस बैठक में देवस्थान विभाग के शासन सचिव, आईआरसीटीसी प्रतिनिधि सहित विभिन्न वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। राजस्थान के अन्य जिलों से जुड़े अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।