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फुटपाथ को निगल गए अतिक्रमण कारी, पालिका प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारी आखिर मौन क्यो

गौरतलब है कि यह मुद्दा नगर पार्षदों की बैठक में प्रमुखता से उठाया जाता है. परंतु पालिका के जिम्मेदार चुपचाप नजर आ रहे हैं। बैठक में जल्द अभियान चलाने का आश्वासन देते हैं और फिर इस योजना को ठंडे बस्ते में डाल देते हैं। इसका फायदा अतिक्रमणधारी उठा रहे हैं।

शहर में जहां चाहे वहां फुटपाथ, सरकारी जमीन, सड़क पर अतिक्रमण करो कोई नियम कायदे नहीं

एक बार नहीं कई बार ध्यान आकर्षित करने के बाद भी अवैध अतिक्रमण पर कोई कार्यवाही नहीं पालिका प्रशासन की मिलीभगत का अंदेशा

कॉमपलेक्स बन गया अब फुटपाथ पर अतिक्रमण, पालिका प्रशासन ने साधी-सुप्पी

नगर पालिका क्षेत्र में मन भावे जैसा भवन बनाना है बनाओ कोई रोकने वाला नहीं, पालिका बेलगाम

सुमेरपुर। नगर पालिका क्षेत्र में जो चाहे करना है वह करो और जो भवन बनाना है वह बनाओ कोई रोक-टोक नहीं है। पालिका क्षेत्र में इन दोनों सब कुछ जायज है चाहे व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बनाओ, फुटपाथ की जमीन पर पक्का निर्माण करो ऐसे निर्माण कार्यों पर कोई नियम कायदे नहीं है। पालिका क्षेत्र में सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण करो या फिर फुटपाथ एवं सड़क की जमीन पर बिना रोक-टोक चिढ़ीया बनाकर कब्जा करो कोई रोक-टोक नहीं है।

शहर में एक नहीं ऐसे आने को निर्माण कार्य जारी हैं जहां पालिका के सभी नियम कायदे ताक पर हैं और निर्माण मलिक के जेब में है। शहर के अधिकतर बाजारों व मुख्यमार्गों पर अतिक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है और धीरे-धीरे सड़क संकरा होता जा रहा है। वहीं,नगर पालिका प्रशासन की अभियान शुरू करने की योजना और कार्रवाई करना अब तक कागजी कार्रवाई तक ही सीमित है।

ऐसे मामलों में जब शिकायत होती है एवं अखबार बाजी होने पर महज खाना पूर्ति कर मामले को इति श्री कर देते हैं। अतिक्रमण के कारण दिन प्रतिदिन ट्रैफिक व्यवस्था बेकाबू होती जा रही है और दिन में हर आधे घंटे बाद जाम की स्थिति बनी रहती है। लोगों के सड़कों किनारे चलने के लिए बनाए गए फुटपाथ भी गायब हो चुके हैं। वहां पर भी अतिक्रमण कर पक्का निर्माण किया गया है वहीं,कई जगहों पर तो सड़कों की चौड़ाई आधी ही रह गई है। इसके बावजूद नगर पालिका प्रशासन एवं जिम्मेदार अधिकारी मौन हैं।

आखिर कार्यवाही के नाम पर प्रशासन मौन क्यों?

प्राप्त सूत्रों के अनुसार सुमेरपुर नगर पालिका इन दिनों काफी सुर्खियों में है जिससे कई पार्षद भी नाराज हैं और पालिका के इस रवैया से पार्षद इस्तीफा भी दे चुके हैं। जनता के काम नहीं होने तथा भ्रष्टाचार के कारण पार्षद भी नाराज हैं। हाल चुनाव में एक बीजेपी के पार्षद ने दुखी होकर भाजपा का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया।

यह स्थिति बनी हुई है। शहर में एक नहीं ऐसे अनेक निर्माण कार्य प्रगति पर चल रहे हैं जहां जांच करने पर कई अवैध पाए जा सकते हैं। एक नई कई बार शिकायत करने पर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती हैं जिससे रोज नए-नए पालिका में दलाल पनप रहे हैं। जबकि प्रशासन भी अभियान चलाने के दिशा-निर्देश दे चुका है।ताकि पालिका को राजस्व नुकसान नहीं हो।

फुटपाथ पर भी अतिक्रमण

जरा कुछ तो सोचिए बाजारों में कुछ समय पहले मुख्य सड़कों के साथ पैदल चलने के लिए फुुटपाथ का निर्माण कराया गया था,इस फुटपाथ की जमीन को अतिक्रमणकारी निगल गए।मजा इस बात का है कि फुटपाथ की जमीन को आखिर किसके इशारों पर निगल गया। ऐसा मामला शहर में एक नहीं बल्कि कई उदाहरण है जहां बड़े-बड़े कंपलेक्स बन रहे हैं तथा पार्किंग की जगह पर अंडरग्राउंड दुकान बनाई जा रही है। शहर में पार्किंग व्यवस्था नहीं होने के कारण दिन-बेन दिन स्थिति बिगड़ती जा रही है। इस पर ध्यान देना तो सौ कोसो दूर है परंतु अवैध निर्माण कार्यों की भरमार लगी हुई है।

पालिका प्रशासन की मिनीभगत का अंदेशा,
हो रहा लाखों का राजस्व नुकसान

सुमेरपुर शहर एक जाना माना शहर है और बहुत बड़ा कस्बा है,विशेष कर व्यापार की दृष्टि में सबसे बड़ा होलसेल बाजार,कृषि मंडी,सुविधा युक्त अस्पताल,बड़े-बड़े कॉलेज,शोरूम इत्यादि संचालित है। विशेष तौर पर यहां नगर पालिका,उपखंड कार्यालय,रजिस्टार कार्यालय, तहसील कार्यालय,पंचायत समिति कार्यालय समेत सभी विभागों के कार्यालय स्थापित है। यहां पर रोजाना लाखों लोगों के साथ छोटे बड़े वाहनों की आवाजाही होती है पर बाजार में तथा अन्य सड़कों पर कभी कबार ट्रैफिक जाम हो जाता है। वहीं,वाहन खड़ा करने और रेहड़ी लगाने वालों के लिए सफेद पट्टी भी लगवाई गई थी।

अब आलम यह है कि सफेद पट्टी तक दुकानों का सामान, स्टैंड बोर्ड, काउंटर रखे होने के अलावा रेहड़ियां लगी हैं जबकि आधी सड़क तक वाहन पार्क किए जा रहे हैं। ऐसे में दिनभर यहां जाम की स्थिति बनी रहती है। इसी प्रकार शहर में कई जगह पर कॉम्प्लेक्स, दुकान का निर्माण कार्य जोरों पर है लेकिन सभी नियमों को ताक में रखकर पार्किंग की जगह के साथ फुटपाथ पर भी कब्जा करना शुरू कर दिया है। इधर पालिका प्रशासन की लापरवाही सामने आ रही है जिससे पालिका को लाखों का राजस्व नुकसान हो रहा है।

15 दिन बाद भी कोई कार्यवाही नहीं

ज्ञात है कि नगर पालिका क्षेत्र में जगह-जगह अवैध निर्माण कार्यों तेजी से चल रहे हैं और बिना इजाजत के अलावा व्यवसाय की जगह कमर्शियल जैसे भवन कंबर लगा हुआ है। पालिका की कार्य प्रणाली से शहर में सब कुछ संभव है। अवैध तरीके से भवन बनाओ, फुटपाथ की जमीन पर कब्जा करो यानी कि सब जायज है। मुख्य बाजार टिंबर मार्केट के कॉर्नर पर एक कॉम्प्लेक्स का निर्माण कार्य जारी है वहीं, उसके सामने फुटपाथ की जमीन पर सीढ़ियां बनाकर भवन मालिक द्वारा कब्जा किया गया।

17 से मिली जानकारी के अनुसार उक्त मामले को लेकर पालिका प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया गया, लेकिन उस पर आज दिन तक पालिका द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। जिससे पालिका प्रशासन पर कई सवालिया निशान उठ रहे हैं और मिलीभगत का अंदेशा बना हुआ है। ऐसे मामलों पर आखिर पाली का प्रशासन चुपचाप क्यों है।

नहीं टूटेगा अतिक्रमण तब तक जारी रहेगा अभियान 

शहर में हो रहे अतिक्रमण की परंपरा को तोड़ने एवं चल रही साथ गांठ की प्रणाली को खत्म करने को लेकर जयपुर टाइम्स एवं हुकमनामा समाचार का अभियान जारी रहेगा। दरअसल शहर के विभिन्न जगह पर पनप रहे अतिक्रमण को लेकर दीपावली से पहले नगर पालिका का ध्यान आकर्षित किया गया. लेकिन पालिका प्रशासन जिम्मेदार बेबस नजर आए।

प्रशासन की उदासीनता का फायदा कॉम्प्लेक्स मलिक ने आराम से उठाया और फुटपाथ व नाली की जमीन पर सीढ़ी बनाकर अतिक्रमण करने में कामयाब हो गया। कॉम्प्लेक्स व दुकान के आगे किए गए अवैध अतिक्रमण को पालिका प्रशासन नहीं हटाएगा तब तक यह अभियान जारी रहेगा।

Author – Pukhraj kumawat Sumerpur

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