रामासनी सानदवान में हुआ धार्मिक आयोजन, नैनी बाई का मायरा भी हुआ

श्री राम कथा का समापन समारोहपूर्वक सम्पन्न
रामासनी सानदवान स्थित श्री रामेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित श्री राम कथा का समापन गुरुवार को समारोहपूर्वक सम्पन्न हुआ। यह धार्मिक आयोजन 4 जून से प्रारंभ हुआ था, जिसका आयोजन रामावत सानदू परिवार द्वारा किया गया था।
कथा वाचन नारायण दास महाराज (रामसनेही, नारवा मथानिया) द्वारा किया गया, जबकि हरिदास महाराज एवं उनकी मंडली ने संगीतमय श्री राम कथा का प्रस्तुतीकरण किया। कथा के दौरान भगवान श्रीराम के मर्यादा पुरुषोत्तम स्वरूप, उनके आदर्श जीवन, संगठन शक्ति तथा रावण पर विजय जैसे प्रसंगों को श्रद्धालुओं के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
इस आयोजन में सानदू परिवार की सवासनियों एवं भांजियों ने भी विशेष सहयोग दिया। कथा श्रवण हेतु आसपास के गाँवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। कथा के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि भगवान श्रीराम के जीवन से हमें विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य, संगठन और आदर्शों के साथ जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है। श्रीराम का सम्पूर्ण जीवन एक आदर्श के रूप में प्रस्तुत होता है — वे एक आदर्श पुत्र, पति, पिता, भाई और राजा थे। राम कथा के श्रवण से व्यक्ति के पाप नष्ट होते हैं, जीवन में सकारात्मकता आती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
शाम के समय नैनी बाई का मायरा भी हुआ, जिसे श्रद्धालुओं ने श्रद्धा भाव से सुना और लाभ प्राप्त किया।
समापन अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे:
भेरूसिंह, गोरादान ऊर्फ गोरसिंह सानदू, नरपत सिंह, पृथ्वी सिंह, सोहनदान, भोजराज सिंह, राजु सिंह, प्रहलाद सिंह, महेंद्र सिंह, जयदेव सिंह, अमर सिंह, दिनेश सिंह, महावीर सिंह, मनोज सिंह, भरत सिंह, धनश्याम सिंह, सत्यनारायण सिंह सानदू, देवी सिंह देवल, नरपत सिंह देवल, गौरांक देवल आदि।