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शिक्षा और संस्कार का संयोजन ही जीवन को पूर्ण बनाता है: वेलंकनी हाई स्कूल का वार्षिकोत्सव संपन्न

जेठमल राठौड़
रिपोर्टर

जेठमल राठौड़, रिपोर्टर - मुंबई / बाली 

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भायंदर (पश्चिम): वेलंकनी हाई स्कूल और गुड़ शेपर्ड स्कूल के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में शिक्षा और संस्कार के महत्व पर प्रकाश डाला गया। जैन संत देवेंद्र ब्रह्मचारी ने कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा और संस्कार दोनों ही व्यक्ति के जीवन में अहम भूमिका निभाते हैं। शिक्षा हमें ज्ञान प्रदान करती है, जबकि संस्कार जीवन जीने का सही तरीका सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा बिना संस्कार के अधूरी है और संस्कार बिना शिक्षा के कमजोर हैं। दोनों का संतुलित संयोजन ही व्यक्ति को एक अच्छा इंसान और जिम्मेदार नागरिक बनाता है।

 

इस अवसर पर राष्ट्रीय एकता में योगदान के लिए जैन संत देवेंद्र ब्रह्मचारी, श्रवण बाधितों के लिए काम करने वाले टीच के संस्थापक अमन शर्मा और 30 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय विनोद मिश्रा को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मश्री ब्रह्मदेव पंडित, विधायक नरेंद्र मेहता और रमेश बंबोरी थे। भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष पंकज पांडे (दरोगा) और पूर्व अध्यक्ष नीलेश सोनी भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

स्कूल की संचालिका निर्मला माखीजा, विवेक सतसंगी, पिंकी सतसंगी और दीपक जैन ने मेहमानों का स्वागत किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया।

श्रवण बाधितों के लिए समर्पित अमन शर्मा का योगदान

अमन शर्मा, जो श्रवण बाधितों के लिए प्रशिक्षण एवं शैक्षिक केंद्र (टीच) के सह-संस्थापक हैं, ने इस क्षेत्र में 14 वर्षों से अधिक का अनुभव प्राप्त किया है। उन्होंने ड्यूश बैंक और जेपी मॉर्गन में अपने पेशेवर करियर के दौरान प्राप्त विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए, शिक्षा के माध्यम से श्रवण बाधित छात्रों को सशक्त बनाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। उनका लक्ष्य समावेशिता को बढ़ावा देना और ऐसा वातावरण तैयार करना है जहां विविधता और समानता का सम्मान हो।

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