जोधपुर प्रान्त स्तरीय 7 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन पाली मे होगा

- पाली
दुर्गा वाहिनी का लक्ष्य बेटियों में स्वाभिमान आत्मगौरव, एवं आत्मरक्षा का भाव भरना : लता पंड्या
दुर्गावाहिनी जोधपुर प्रान्त का 7 दिवसीय आत्मरक्षा एवं शौर्य प्रशिक्षण शिविर आज से पाली के वंदे मातरम छात्रावास में प्रारम्भ हुआ। शिविर का शुभारंभ भारत माता व जगदम्बा की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलन करके किया गया।
उदघाटन सत्र की मुख्य वक्ता, दुर्गा वाहिनी राजस्थान क्षेत्र संयोजिका लता पंड्या ने दुर्गा वाहिनी की स्थापना के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किसी भी समाज की धुरी मातृशक्ति होती है। उन्होंने कहा कि आज की बेटीयां कल परिवार एवं समाज तथा राष्ट्र की आधार शिला बनेगी। दुर्गावाहिनी का उद्देश्य मातृशक्ति विशेष कर युवतीयों में आत्मगौरव, आत्मरक्षा और आत्मनिर्भरता का भाव विकसित करना है।
शिविर के बारे में जानकारी देते हूए कहा कि बेटियों का स्वाभिमान और आत्मविश्वास बढ़ाने, समाज एवं राष्ट्र की रक्षा के लिए स्वदेश प्रेम जागरूक करने, आत्मरक्षा के विविध उपायों की जानकारी, पाश्चात्य कुसंस्कृति और वामपंथी विचारधारा के दुष्प्रभाव से बचने के लिए शस्त्र के साथ शास्त्रों का ज्ञान करवाया जायेगा जिसमें सनातन धर्म की श्रेष्ठता, गौरवशाली इतिहास और संस्कृति के संरक्षण का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
शिविर में जोधपुर प्रान्त की 350 बहनें भाग ले रही हैं, जिन्हें 20 प्रबंधकों व शिक्षक बहनों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। शिविर का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं को शारीरिक और मानसिक और बौद्धिक रूप से सशक्त बनाना है। जिससे वे समाज और राष्ट्र के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि श्यामा चौधरी, विहिप प्रान्त अध्यक्ष डॉ. राम गोयल, प्रान्त मंत्री परमेश्वर जोशी, संगठन मंत्री राजेश पटेल,
कोषाध्यक्ष पंकज भंडारी, वर्ग पालक सह मंत्री राव सतीश सिंह , दुर्गा वाहिनी जोधपुर प्रान्त संयोजिका कुसुम थावानी, जिलाध्यक्ष नरेन्द्र माछर, समाज सेवी राजेन्द्र सिंह, श्रीमती उषा अखावत सहित अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।