राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत राजस्थान बना अग्रणी राज्य, 2000 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के साथ रचा नया कीर्तिमान

जयपुर — राष्ट्रीय आयुष मिशन (National AYUSH Mission) के अंतर्गत राजस्थान ने आयुष अवसंरचना, स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली के सशक्तीकरण में देशभर में अग्रणी स्थान प्राप्त किया है। लोनावाला में 1 व 2 मई को आयोजित राष्ट्रीय आयुष मिशन कॉन्क्लेव में उप मुख्यमंत्री एवं आयुष मंत्री डॉ. प्रेम चंद बैरवा ने राज्य का प्रतिनिधित्व किया और राजस्थान की उपलब्धियों को प्रस्तुत किया।
आयुष विस्तार में राजस्थान बना आधारशिला
इस कॉन्क्लेव में आयुष मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से राजस्थान के प्रयासों की सराहना की गई। केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव ने कहा कि “राजस्थान में देश में सर्वाधिक संख्या में आयुष्मान आरोग्य मंदिर (AYUSH Health & Wellness Centers) क्रियाशील हैं और यहां तेज़ी से आयुष बुनियादी ढांचे का विकास हो रहा है, जिससे यह भारत में आयुष विस्तार की आधारशिला बन गया है।”
आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि राजस्थान की एनएएम (NAM) गतिविधियां स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती प्रदान कर रही हैं, आयुष उद्योग को बढ़ावा दे रही हैं और पारंपरिक चिकित्सा में कुशल जनशक्ति तैयार कर रही हैं।
आठ एकीकृत आयुष चिकित्सालयों की स्थापना, 2019 आयुष्मान आरोग्य मंदिर क्रियाशील
- राजस्थान आयुष मिशन के तहत अब तक 8 एकीकृत 50 शैय्यायुक्त आयुष चिकित्सालय स्थापित किए जा चुके हैं।
- राज्य में कुल 2019 आयुष्मान आरोग्य मंदिर (आयुष HWC) चालू हैं, जो देश में सबसे अधिक हैं।
- इनमें से 50 केंद्रों को एनएबीएच (NABH) प्रमाणन प्राप्त हुआ है, जो गुणवत्ता की पुष्टि करता है।
आयुष अवसंरचना और दवाओं की आपूर्ति प्रणाली में बड़ा सुधार
- 90% से अधिक औषधालय/चिकित्सालय भवन निर्माण कार्य पूर्ण।
- 10 क्षार सूत्र शल्य चिकित्सा इकाइयों की स्थापना – अर्श, भगंदर जैसे रोगों की आयुर्वेदिक सर्जरी हेतु।
- औषध निर्माण शालाओं का आधुनिकीकरण – उच्च गुणवत्ता की आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण हेतु।
- नवीन इन्वेंट्री पोर्टल – समयबद्ध औषध आपूर्ति और कुशल दवा प्रबंधन हेतु।
2015-16 से अब तक 685 करोड़ रुपये से अधिक की स्वीकृति
- राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत 2015-16 से अब तक ₹68528.334 लाख (₹685.28 करोड़) राजस्थान को आवंटित किए गए।
- राज्य सरकार ने इस राशि का सुनियोजित और प्रभावी उपयोग करते हुए आयुष सेवाओं का विस्तार किया है, जो अन्य राज्यों के लिए आदर्श मॉडल बन चुका है।
राजस्थान – समग्र स्वास्थ्य सेवा में नया राष्ट्रीय मानक
राजस्थान ने आयुष मंत्रालय के प्रमुख कार्यक्रमों को अपनाकर पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक स्वास्थ्य प्रणाली के संगम से समग्र स्वास्थ्य सेवा का एक आदर्श मॉडल पेश किया है। 2000 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के माध्यम से राज्य ने एक राष्ट्रीय मानक स्थापित किया है, जो बुनियादी ढांचे, सुदृढ़ शासन, और स्वास्थ्य सेवा के प्रति उसकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस अवसर पर राज्य आयुष विभाग के प्रमुख शासन सचिव भवानी सिंह देथा भी उपस्थित थे।