इस प्रशिक्षण सत्र में कालेज के बीएड डीएलएड प्रशिक्षुओं ने भाग लिया।
इस अवसर पर संभागियो ने भी अनुभव कथन किया तथा प्रशिक्षण को उपयोगी बताया।
रोहट। एनसीईआरटी की परख द्वारा होने वाले राज्य शैक्षिक उपलब्धि सर्वेक्षण में फील्ड इन्वेस्टिगेटर्स की भूमिका महत्वपूर्ण है, अतः वे पूरी जिम्मेदारी के साथ सर्वेक्षण प्रक्रिया संपादित करें।
- उक्त उद्गार दक्ष प्रशिक्षक विजय सिंह माली ने स्थानीय टीचर्स ट्रेनिंग कालेज में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बगड़ी नगर के तत्वावधान में आयोजित प्रशिक्षण सत्र में व्यक्त किए।
माली ने कहा कि फील्ड इन्वेस्टिगेटर्स को 2 नवंबर को आवंटित विद्यालय में पहुंच कर संस्था प्रधान से संपर्क करें सर्वेक्षण की जानकारी देनी है तथा संस्था प्रधान व कक्षा 3,6,9 को भाषा व गणित विषय पढ़ाने वाले दो शिक्षकों से प्रश्नावली भरवानी है। - 3 नवंबर को होने वाले सर्वेक्षण की तैयारियों को अंतिम रुप देना है। 3नवंबर को विद्यालय समय में आवंटित कक्षा का सर्वेक्षण ओ एम आर शीट के माध्यम से करते हुए संबंधित विद्यार्थियों से प्रश्नावली भरवानी है। तत्पश्चात प्रयुक्त व अप्रुक्त सामग्री के अलग-अलग लिफाफे तैयार कर ब्लाक कार्डिनेटर को जमा करवानी है।
दक्ष प्रशिक्षक गणपत लाल प्रजापत ने सर्वेक्षण के पूर्व दिवस व सर्वेक्षण दिवस को की जाने वाली प्रक्रिया की सैद्धांतिक व प्रायोगिक जानकारी दी तथा फील्ड इन्वेस्टिगेटर्स की सर्वेक्षण संबंधित जिज्ञासाओं का समाधान किया। विजय सिंह माली ने सर्वेक्षण के दौरान रखी जाने वाली सावधानियां की जानकारी दी।
कालेज के प्राचार्य ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बगड़ी नगर से पधारे दक्ष प्रशिक्षकों व प्रशिक्षण टीम का स्वागत किया तथा विश्वास दिलाया कि सभी चयनित फील्ड इन्वेस्टिगेटर्स अपने कालेज की गौरवशाली परम्परा का निर्वहन करते हुए यह दायित्व भी भली-भांति निभाएंगे। व्याख्याता मनोज व्यास ने आभार व्यक्त किया। प्रशिक्षण के पश्चात जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बगड़ी नगर के कनिष्ठ सहायक नरेन्द्र कुमार व दिलीप कुमार ने पंजीयन कार्य व अन्य व्यवस्थाएं संभाली।
उल्लेखनीय है कि राज्य शैक्षिक उपलब्धि सर्वेक्षण का आयोजन एनसीईआरटी नई दिल्ली के परख द्वारा पूरे जिले में किया जा रहा है। पाली जिले के सभी ब्लाकों के चयनित 645विद्यालयों में किया जाना है।इस सर्वेक्षण के द्वारा शिक्षा प्रणाली के स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाना है।