मुंबई: बिजनेस टाइकून के घर छापेमारी, कालेधन के सबूत मिले
मुंबई में एक मशहूर बिजनेस टाइकून के घर और दफ्तरों पर मंगलवार सुबह आयकर विभाग और ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने संयुक्त छापेमारी की। शुरुआती जांच में कालेधन से जुड़े कई अहम दस्तावेज, विदेशी लेनदेन के सबूत और भारी नकदी बरामद की गई है।

- मुंबई
आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय की संयुक्त कार्रवाई — करोड़ों रुपये की अघोषित संपत्ति और कई विदेशी खातों के दस्तावेज जब्त।
मुंबई में मंगलवार सुबह एक बड़े कारोबारी के ठिकानों पर आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई सुबह करीब 6:30 बजे शुरू हुई और देर शाम तक जारी रही। छापेमारी दक्षिण मुंबई स्थित आलीशान बंगले और बांद्रा के कॉर्पोरेट ऑफिस समेत कुल 7 ठिकानों पर की गई।
प्रारंभिक जांच में टीम को करोड़ों रुपये की अघोषित नकदी, सोने के गहने, और विदेशी निवेश से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। अधिकारियों ने बताया कि कारोबारी समूह ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी कई कंपनियों के माध्यम से विदेशों में शेल कंपनियां बनाकर मनी लॉन्ड्रिंग की है।
सूत्रों के अनुसार, जांच में यह भी सामने आया है कि उक्त कारोबारी ने दुबई, सिंगापुर और स्विट्जरलैंड में कई संदिग्ध लेनदेन किए हैं। विभाग को विदेशी बैंक खातों के विवरण और ऑफशोर निवेश से जुड़े कागजात भी बरामद हुए हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,
“टीम को छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में दस्तावेज मिले हैं जिनसे कर चोरी और हवाला नेटवर्क के इस्तेमाल के संकेत मिलते हैं। अब सभी सबूतों की फोरेंसिक जांच की जाएगी।”
कारोबारी का नाम फिलहाल जांच की गोपनीयता के कारण उजागर नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि वह रियल एस्टेट, इन्फ्रास्ट्रक्चर और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर से जुड़ा हुआ है।

ईडी की टीम ने डिजिटल उपकरण — लैपटॉप, मोबाइल फोन, हार्ड ड्राइव आदि भी जब्त किए हैं, जिन्हें डेटा रिकवरी के लिए भेजा गया है। शुरुआती रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि यह 100 करोड़ रुपये से अधिक के कर चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला हो सकता है।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में अन्य सहयोगी कंपनियों और साझेदारों के ठिकानों पर भी छापेमारी की संभावना है। वहीं, कारोबारी के प्रवक्ता ने कहा कि
“सारी लेनदेन कानूनी हैं और विभाग को पूरी सहयोग दिया जा रहा है।”
इस हाई-प्रोफाइल छापेमारी ने मुंबई के कारोबारी जगत में हड़कंप मचा दिया है। कई उद्योगपतियों को अब अपने पुराने खातों और वित्तीय लेनदेन की जांच की चिंता सताने लगी है।छापेमारी के दौरान मिले सबूतों से साफ है कि जांच एजेंसियां अब बड़े स्तर पर कालेधन और हवाला कारोबार पर शिकंजा कस रही हैं। आने वाले दिनों में इस मामले में कई और खुलासे होने की संभावना है।










