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पर्युषण महापर्व के पांचवे कर्तव्य पर शंखेश्वर पार्श्वनाथ बावन जिनालय भव्य चैत्य परिपाटी का शुभारंभ हुआ

  • भायंदर पश्चिम


जेठमल राठौड़
रिपोर्टर

जेठमल राठौड़, रिपोर्टर - मुंबई / बाली 

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भाईन्दर पश्चिम बावन जिनालय चैत्य परिपाटी का आयोजन प. पु. आचार्य भगवंत संयमरत्न सूरीश्वरजी म. सा. के आशीर्वाद दाता बावन जिनालय के ट्रस्टी मांगीलाल शाह प्राप्त जानकारी ये कार्यक्रम की रूप रेखा इस‌‌‌ प्रकार हैं।


बावन जिनालय जैन देरासर, इंदिरा काम्प्लेक्स जैन देरासर , सीमांधर स्वामी जैन देरासर , बालाजी काम्प्लेक्स जैन देरासर , गोल्डन नेस्ट जैन देरासर (पूर्व) उतरेंगे। बावन जिनालय समय सुबह -6:15 से शुभारंभ किया जाएगा। चैत्य परिपाटी के सहयोगी लाभार्थी परिवार ममता बेन मनहरलाल शाह , भंवर लाल हेमाजी मुथा , अशोक कुमार चंदनमल कोठारी- कैलाशनगर सूरत, श्रीमती शिल्पा बेन शशिकांत भाई गांधी चैत्य परिपाटी की विशेषताएं आयोजन की संरचना इस प्रकार की गई है कि यह जैन धर्म के उच्च सिद्धातों और परंपराओं के अनुरूप हो यात्रा के दौरान विभिन्न अनुष्ठानों और धार्मिक विधियों का पालन किया जाएगा, जो जैन धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानें जाते हैं।

यह‌ आयोजन समाज के‌‌ उद्देश्य‌ से किया जा रहा हैं। नवकाशी के मुख्य लाभार्थी आमदार गीता भरत मीठालाल जैन नवकाशी की व्यवस्था जैन बंगला में की गई हैं। प. पु. आचार्य भगवत संयमरत्न सूरीश्वरजी म. सा. प्रवचन मांगलिक सुनाएंगे। और चैत्य परिपाटी के लाभ इस आयोजन से जुड़े प्रमुख लाभार्थी में परसमामी का अनुग्रह प्राप्त करना शामिल हैं, जिसके द्वारा श्रद्धालु अपने जीवन में दिव्य शक्तियों का अनुभव कर सकते हैं इसके साथ ही, राग -द्वेष जैसी नकारात्मक भावनाओं से छुटकारा पाने के लिए यह आयोजन सहायक सिद्ध होता है सत्यदर्शन की निर्मलता के माध्यम से आत्मा की शुद्धता और उन्नति की प्राप्ति का लक्ष्य रखा गया है। बल्कि यह आयोजन उनके मानसिक और भावनात्मक शुद्धि करण का एक साधन भी बनता हैं चैत्य परिपाटी और नवकाशी दोनों लाभार्थी का बहुमान किया गया आचार्य भगवत साध्वी का सुदंर प्रवचन किया गया।

KHUSHAL LUNIYA

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