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हंसमुख बाफना ट्रस्ट ने संभागीय आयुक्त को पत्र भेज नारलाई गांव की पहाडी में अवैध विस्फोटक रुकवाने कि मांग रखी

नारलाई गांव में स्थित पहाड़ियों पर अवैध विस्फोटक सामग्री का उपयोग कर पहाड़ी को क्षतिग्रस्त किया जा रहा है। जिससे पहाड़ी पर बने मन्दिर के ध्वस्त होने की संभावना भी बढ़ती जा रही है। इसको रोकने के लिए हंसमुख बाफना ट्रस्ट ने संभागीय आयुक्त वंदना सिंघवी को पत्र भेजा है। ट्रस्ट पत्र में गांव की पहाड़ी को अवैध रूप से सरपंच द्वारा बेचने के आरोप लगाए है|

हंसमुख बाफना ट्रस्टी ने बताया कि नारलाई गांव में पहाडी पर अवैध खनन के चलतेविस्फोट किए जा रहे है, इससे पहाड़ी क्षेत्र में स्थित मंदिर के क्षति पहुंचने की संभावनाएं बढ़ रही है। इसे रोकने के लिए संभागीय आयुक्त को पत्र भेजकर बताया कि प्रार्थी नारलाई श्वेताम्बर मूर्तिपुजक जैन संघ का ट्रस्टी है। प्रार्थी का व्यवसाय मुम्बई में है। गांव नारलाई मन्दिरों की देखरेख एवं व्यवस्था संभालने हेतु गांव आना जाना रहता है। गांव नारलाई में स्थित पहाड़ी पर शांतिनाथ भगवान का मंन्दिर आया हुआ है एवं उक्त मन्दिर के थोड़ी-थोड़ी दूरी पर और भी तलहटी तक लगभग 10 मन्दिर आये हुए हैं, जो लगभग 5000 से 9000 वर्षो पुराने है। पहाडी सरकारी है। उक्त पहाड़ी पर खनन की कोई किसी प्रकार की किसी को कोई ईजाजत नहीं दी जाती है, न ही आज दिन तक किसी को खनन ब्लास्ट की ईजाजत दी गयी है। दिनांक 06.09.2023 को उक्त ट्रस्ट के अन्य ट्रस्टी श्री आनन्द भण्डारी आये हुए थे, तब उक्त पहाड़ी पर गांव के किसी घीसुलाल पुत्र गेनाराम कुम्हार के साथ अन्य लोगों ने मिलकर उक्त पहाड़ी पर अवैध रूप से विस्फोटक पदार्थ से ब्लास्ट करने की कोशिश की गई, जिससे पहाड़ी को क्षतिग्रस्त कर पत्थर के छोटे छोटे टुकड़े ब्लाक किये गये, जिस पर उक्त आनन्द भण्डारी ने दिनांक 06.09.2023 को तहसीलदार देसुरी की शिकायत आवेदन पेश करने पर तहसीलदार मौके पर आये एवं सरपंच शेखर मीणा को भी मौके पर बुलाकर पहाड़ी पर हो रहे अवैध खनन की जानकारी चाहने पर उन्होने स्पष्ट रूप से कोई जवाब नहीं दिया एवं उक्त अवैध खनन करने वालों का पक्ष ही लेते नजर आये अर्थात उक्त सरपंच मीणा की सह से ही कार्य करवाया जाना स्पष्ट हो रहा था।

हंसमुख बाफना ट्रस्टी ने आगे बताया कि अभी दिनांक 12.09.2023 को ही गांव आने पर मौका देखने पर जानकारी लेने पर जानकारी में आया कि सरपंच की मिलीभगत से 13 लाख रूपये में पहाड़ी को बेच दिया एवं पत्थर खण्डे विक्रय करने का सौदा किसी ठेकेदार से किया है। हंसमुख बाफना ट्रस्टी ने कहा कि हंसमुख बाफना ट्रस्ट संभागीय आयुक्त के समक्ष  उपस्थित होकर यह आवेदन प्रस्तुत कर न्याय की गुहार कर रहा है-

  • प्रार्थी गांव नारलाई का निवासी है एवं उक्त जैन संघ का ट्रस्टी है। प्रार्थी को अपने जीवनकाल से ही उक्त पहाड़ी एवं मन्दिरों की जानकारी रही है। उक्त मन्दिर 9000 वर्षों से भी अधिक पुराने है। मन्दिर आमजन की आस्था का केन्द्र है। आमजन के लिए मन्दिर दर्शन के खुल रहते है। गांव के लोग भगवान के दर्शन के लिए आते रहते है।
  • उक्त पहाड़ी किसी के द्वारा निर्मित की हुई नहीं है। आदिकाल से स्थित है। उक्त पहाड़ी को किसी के द्वारा क्षतिग्रस्त करने का कोई अधिकार नही है, न ही कोई अधिकार भविष्य में किसी को प्राप्त हो सकता है।
  • अवैध खनन का किसी को कोई अधिकार नही होते हुए उक्त पहाड़ी को विस्फोटक पदार्थ से ब्लास्ट किये जाने से तेज आवाजे होने से जबरदस्त कम्पन करने, पुराने मन्दिरों के क्षतिग्रस्त होने की पूर्ण रूप से संभावना बनी हुई हैं एवं मानव जीवन पर खतरा मंडरा रहा है। मानव जीवन खतरे में एवं सकते में आ गया है। मन्दिरों के टूट जाने क्षतिग्रस्त हो जाने से आमजन की आस्था आहत होगी।
  • किसी प्रकार से पुरानी पहाड़ी एवं उसके आस पास बने मन्दिरों को क्षतिग्रस्त नहीं किया जा सकता है एवं न ही अवैध खनन किया जा सकता है।

हंसमुख बाफना ट्रस्टी ने आवेदन प्रस्तुत कर निवेदन किया कि गांव नारलाई में स्थित पहाड़ी एवं उक्त पहाड़ी के उपर एवं आस पास बने मन्दिरों को सुरक्षित रखते हुए किसी व्यक्ति को अवैध खनन करने से रोका जावे एवं जो अवैध किया गया है, उनके विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर भारी जुर्माने से दण्डित कराने के साथ ही भविष्य में पहाड़ी एवं मन्दिरों को सुरक्षित रखने के आदेश प्रदान करायें।

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