क्रांतिकारी अमर शहीद कुंवर प्रताप सिंह बारहठ की 132 वी जयंती पर श्रद्धांजलि समारोह आयोजित
- शाहपुरा , 23 मई
महान क्रांतिकारी अमर शहीद कु.प्रताप सिंह बारहठ की 132 वी जयंती एवं बैसाखी पूर्णिमा बलिदान तिथि के अवसर पर गुरुवार को जिला कलक्टर कार्यालय शाहपुरा में शहीद कु प्रताप को श्रद्धांजली अर्पित की गई.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला कलक्टर श्री राजेंद्र सिंह शेखावत तथा अध्यक्ष अतिरिक्त जिला कलक्टर सुनील पुनिया सहित विशिष्ठ अतिथि विशाल सिंह ,सुखदेव सिंह, रजनीश वर्मा (osd) ग्रुप भीलवाड़ा रहे। कार्यक्रम में सर्व प्रथम अतिथियों द्वारा बारहठ शहीद के चित्रों पर दीप प्रज्वलित ,माल्यार्पण किया गया। शहीद प्रताप सिंह बारहठ सेवा संस्थान के सचिव कैलाश जाड़ावत ने देश वन्दना से कार्यक्रम का आगाज किया। संस्थान अध्यक्ष एवम सदस्यों ने अतिथियों का स्मृति चिह्न और उपर्णा से स्वागत किया गया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य वक्ता फतह सिंह लोढ़ा ने अपने वक्तव्य में बारहठ गोरव गाथा बताया तथा क्रांतिकारी जोरावर सिंह बारहठ की स्मृति में भी कोई कोलनी, या सरकारी भवन का नामकरण करवाने हेतु प्रशासन से आग्रह किया । इस दौरान लादूराम व्यास के पुत्र नरेश व्यास ने ज़िला कलक्टर शेखावत से स्वतंत्रता सेनानी परिवार जनों के लिए प्रशासन द्वारा परिचय कार्ड जारी करवाने का अनुरोध किया जिसे ज़िला कलक्टर ने मौक़े पर ही लिखित पत्र मांग कर कार्यवाही करने के लिए संबंधित विभाग को निर्देशित किया।
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय कवि कैलाश मंडेला ने देग्या कुर्बानी खेल्या रे खूनी फाग
गीत प्रस्तुत किया जिस से सदन तालियों से गुज उठा ।कार्यक्रम में बाहर से आमंत्रित स्वतंत्रता सेनानियो के परिवार जनों का अतिथियों के हाथों सम्मानित किया गया। कार्यालय जिला कलक्टर परिसर में बलिदानी श्री बारहठ परिवार की तस्वीर का लोकार्पण किया गया।संस्थान प्रतिवेदन पढ़ते हुए कैलाश जाड़ावत ने पिछले वर्षो किए कार्यों को रेखांकित किया। वही आगामी योजना में बारहठ हवेली में राजस्थान के स्वतंत्रता सेनानी, की चित्र प्रदर्शनी लगवाने और बारहठ वीरों की बलिदानी गाथाओं को चित्र द्वारा दिखाना बताए जाए इस हेतु जिला कलक्टर ने osd रजनीश वर्मा को ग्रुप से सहयोग हेतु आग्रह किया।
जिला कलक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने अपने उद्बोधन में आज की पीढ़ी को वीरों की बलिदानी गाथाए,बताने के लिए ऐसे आयोजनों की आवश्यकता बताई। अपने वक्तव्य में भगत सिंह और प्रताप सिंह बारहठ की युवा जवानी का वर्णन किया, आज का युवा अपने कैरियर की चिंता में हे, जबकि आजादी के दीवानों की लगन और एक ही धुन राष्ट्र भक्ति और अपना सर्वस्व अर्पण देश पर न्योछावर करने की थी। कार्यक्रम ने स्वतंत्रता सेनानी परिवार ,राजसमंद,टोक, कोटा, भीलवाड़ा,उदयपुर, जहाजपुर, पंडेर, से 20 परिवार जन पधारे । उन्ही में दीपक जी व्यास ने सभी परिवार जनों की ओर से कहा कि यह एक सार्थक प्रयास है, जो हम सभी को आज एक मंच पर उपस्थित किया है। हम विश्वास दिलाते है की आने वाले समय में हम सभी के प्रयासों से स्वतंत्रता सैनानी के सम्मान में कुछ अच्छा कर पाएंगे।
आमंत्रित स्वतंत्रता सेनानी भूरालाल व्यास,मथुराप्रसाद वैद्य,कन्हैया लाल शाह,धन्नालाल ताम्बी, रमेश चंद्र व्यास। सीतारामदास जी, फतहकरण चारण, देवकिंदन खंडेलवाल,भवर लाल सोनी, लादूराम व्यास, के परिवारजन को सम्मानित किया। इसके साथ ही उदयपुर से महेंद्र सिंह चरण और टोक से जयदेव सिंह झीबा को संस्थान के कार्यों में विशेष सहयोग पर सम्मानित किया गया। आभार ज्ञापित संस्थान अध्यक्ष शंकर लाल जोशी ने सभी सहयोग देने वाली संस्था और जिला प्रशासन, नगर परिषद का सहयोग हेतु आभार ज्ञापित किया। साथ ही उपस्थित अतिथियों शहीद परिवार जानो एवम नगर के गणमान्य लोगो की उपस्थिति से सभा भवन खचाखच भरा था। सभी का आभार ज्ञापित किया।
क्विज प्रतियोगिता में प्रथम अंकिता चारण मंडपीय भील.,द्वितीय भरत कुमावत शाहपुरा ,तृतीय राजपाल सिंह चुंडावत राजसमंद रहे संस्थान द्वारा इन्हे नकद पुरुस्कार और स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।कार्यक्रम का संचालन संचालन रघुवीर सिंह जाड़ावत ने किया शाहपुरा नगर से रामस्वरूप काबरा, कन्हैयालाल धाकड़, जयदेव जोशी,जगदीश पारीक, रामप्रसाद सेन, दिनेश सिंह, सरोज राठौड़, मोहन कोली, महावीर दिक्षित, रामप्रसाद पारीक, कैलाश चारण, भगवत सिंह लुलास,रामेश्वर लाल धाकड़,राजेश सोलंकी सत्यनारायण सेन हर्षित सिंह,जितेंद्र सिंह, धेर्यवर्धन सिंह देवखेड़ा से बसंत वैष्णव, मांधुदास , बरदू जी जाट आदि गणमान्य लोग समारोह में उपस्थित हो कर शहीद प्रताप के बलिदान को याद करते हुए श्रदांजली अर्पित की।
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