भामाशाह शिक्षकों का सम्मान: सेवानिवृत्ति से पूर्व समाज सेवा का अद्वितीय योगदान

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय उदलियावास में वरिष्ठ अध्यापक मोहनलाल पवार और अध्यापक रामकरण सांखला के सेवानिवृत्ति से पूर्व विद्यालय में महत्वपूर्ण योगदान देने के उपलक्ष्य में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। विद्यालय परिवार, स्थानीय प्रशासन एवं गणमान्य नागरिकों ने दोनों शिक्षकों का भव्य स्वागत किया।
मोहनलाल पवार का योगदान:
विद्यालय में लोहे का काऊ कैप्चर निर्माण
वरिष्ठ अध्यापक मोहनलाल पवार 31 मई 2025 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। विद्यालय में पर्यावरण संरक्षण और पेड़-पौधों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्होंने 51,000 रुपये की लागत से लोहे का काऊ कैप्चर बनवाया। इस काऊ कैप्चर के निर्माण से आवारा पशुओं द्वारा विद्यालय परिसर में लगे छोटे पौधों को नुकसान नहीं पहुंचेगा।
इस अवसर पर व्याख्याता बाबूलाल बर्फा और वरिष्ठ अध्यापक कानाराम सीरवी ने बताया कि इस कार्य के लिए पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी एवं प्रधानाचार्य जोगाराम सीरवी की प्रेरणा से पहल की गई। मोहनलाल पवार के इस सराहनीय योगदान से विद्यालय में स्वच्छ और सुरक्षित पर्यावरण बनाए रखने में मदद मिलेगी।
अध्यापक रामकरण सांखला का योगदान:
विद्यालय को कंप्यूटर सेट भेंट करने की घोषणा
अध्यापक रामकरण सांखला, जो 31 जुलाई 2025 को सेवानिवृत्त होंगे, ने विद्यालय के तकनीकी सशक्तिकरण हेतु एक कंप्यूटर सेट दान करने की घोषणा की। यह योगदान छात्रों को डिजिटल शिक्षा में आगे बढ़ने में मदद करेगा और विद्यालय के तकनीकी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
शिक्षकों का सम्मान एवं उद्घाटन समारोह
विद्यालय परिवार द्वारा फीता काटकर लोहे के काऊ कैप्चर का उद्घाटन किया गया, जिसके बाद दोनों शिक्षकों का साफा एवं माल्यार्पण कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर विद्यालय एवं क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
सम्मान समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस कार्यक्रम में मंडल सदस्य देवाराम सीरवी, पूर्व सरपंच तेजाराम खदाव, पूसाराम खदाव, प्रधानाचार्य ओम प्रकाश मेघवाल, व्याख्याता नरेंद्र कुमार सिंगाड़िया, गोपी किशन रावल, वरिष्ठ अध्यापक श्याम लाल चौधरी, रामनिवास चौधरी, पंचायत शिक्षक देवी सिंह देवल, मानाराम काग, मानाराम शारीरिक अनुदेशक, कनिष्ठ सहायक सुमित्रा देवी, नीलम अणकिया, अशोक कीर, प्रकाश सिंह, सहायक मैना देवी सीरवी, पूरण देवी, गुड़िया सेन आदि उपस्थित रहे।