गोङवाङ भुषण आचार्य विजय जयानंद सुरीश्रवर का गुजरात मे 37 वर्षो बाद मंगल प्रवेश
गोड़वाड़ भूषण, स्वर्णसंत, भोलेबाबा,आचार्य श्रीमद् विजय जयानंद सूरी म.सा. गणि जय कीर्ति विजय सच म.सा.आदि ठाणा 6 का गुजरात राज्य की सीमा प्रवेश हुआ।
ज्ञातव्य है की पूज्य गुरुदेव 37 वर्षों के बाद गुजरात राज्य की सीमा पर कदम रखे हैँ। इस वर्ष का चातुर्मास शाश्वत तीर्थ क्षेत्र, सिद्धगिरीराज पालिताना में गच्छाधिपति गुरुदेव श्री नित्यानंद सुरीश्वर म.सा.की निश्रा,आचार्य गुरूभंगवत चिदानंद सुरीश्रवर आदी गुरू भंगवत का चातुर्मास पालीताणा गुजरात आत्मानंद जैन पंजाबी यात्रिक भवन में होने जा रहा यह चातुर्मास भव्य ऐवम ऐतिहासिक होगा है स्वर्णसंत, भोलेबाबा,आचार्य श्रीमद् विजय जयानंद सूरी म.सा. गणि जय कीर्ति विजय सच म.सा.आदि ठाणा 6 का गुजरात राज्य की सीमा प्रवेश हुआ।ज्ञातव्य है की पूज्य गुरुदेव 37 वर्षों के बाद गुजरात राज्य की सीमा पर कदम रखे हैँ। इस वर्ष का चातुर्मास शाश्वत तीर्थ क्षेत्र, सिद्धगिरीराज पालिताना में गच्छाधिपति गुरुदेव श्री नित्यानंद सुरीश्वर म.सा.की निश्रा,आचार्य गुरूभंगवत चिदानंद सुरीश्रवर आदी गुरू भंगवत का चातुर्मास पालीताणा गुजरात आत्मानंद जैन पंजाबी यात्रिक भवन में होने जा रहा चातुर्मास भव्य ऐवम ऐतिहासिक होगा।