नशा मुक्ति अभियान: रानी थाना क्षेत्र में पुलिस प्रशासन ने ग्रामीणों के साथ की जागरूकता बैठक

रानी। राजस्थान पुलिस विभाग द्वारा नशा मुक्ति को लेकर चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंतर्गत, रानी बिजोवा फाटक स्थित प्रसिद्ध मामा धनी मंदिर प्रांगण में एक जागरूकता बैठक का आयोजन किया गया।
इस बैठक में बाली डीएसपी राजेश यादव के नेतृत्व में रानी थाना क्षेत्र के समस्त गांवों के ग्रामीण प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और पुलिस अधिकारी शामिल हुए।
नशा मुक्ति के लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत: डीएसपी राजेश यादव
बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएसपी राजेश यादव ने ग्रामीण जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि समाज को नशे की गिरफ्त से बाहर निकालने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नशा केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को प्रभावित करता है। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे नशे से दूर रहें और अपने बच्चों को भी मोबाइल की लत और नशे की प्रवृत्तियों से बचाएं।
राजेश यादव ने वाहन चलाते समय सुरक्षा उपायों जैसे हेलमेट, सीट बेल्ट और ट्रैफिक सिग्नल का पालन करने की भी सलाह दी। उन्होंने सभी उपस्थितजनों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई।
शादी समारोहों पर पुलिस की नजर: थाना अधिकारी पन्नालाल प्रजापत
रानी थाना अधिकारी पन्नालाल प्रजापत ने कहा कि कई बार शादी और पारिवारिक समारोहों में नशे का अवैध रूप से सेवन किया जाता है, जो कानूनन अपराध है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस ऐसे आयोजनों पर कड़ी नजर रख रही है और समाज के सहयोग से इस प्रवृत्ति को रोका जाएगा। उन्होंने लोगों से पुलिस प्रशासन को सहयोग देने की अपील की।
शिक्षा विभाग का सहयोग: युवाओं को बचाने की अपील
शिक्षा विभाग से राजेन्द्र वैष्णव ने भी सभा को संबोधित किया और कहा कि आज की युवा पीढ़ी तेजी से नशे की ओर अग्रसर हो रही है। इसे रोकने के लिए परिवारजनों को सजग रहना होगा और बच्चों को सही मार्गदर्शन देना होगा। उन्होंने भी नशा मुक्ति के लिए संकल्प लेने का आह्वान किया।
प्रमुख उपस्थित जन और अधिकारी
इस अवसर पर पुलिस प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी और स्थानीय गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख हैं:
- नाडोल चौकी प्रभारी: जाकिर हुसैन
- एएसआई: रमेश कुमार, रामलाल, मांगीलाल
- अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी: रमेश मीणा, हंसराज, अशोक कुमार, अजीत कुमार, उगामसिंह, तेजाराम, मिथुन राणा, जगदीश सिंह, सुनील, विक्रम राणा, प्रकाश परिहार, राकेश गुर्जर, बहादुर सिंह पटवारी, आशाराम
- सामाजिक संस्थाओं से: गायत्री संस्थापक, देवासी समाज के प्रतिनिधि
- स्थानीय ग्रामवासी एवं महिलाएं भी इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शामिल हुईं।
यह बैठक न केवल नशा उन्मूलन के प्रति एक गंभीर पहल थी, बल्कि यह भी दर्शाती है कि समाज और प्रशासन मिलकर इस सामाजिक बुराई के खिलाफ लड़ सकते हैं। ग्रामीणों द्वारा लिए गए नशा मुक्ति के संकल्प इस बात का प्रतीक हैं कि अब लोग इस दिशा में गंभीरता से सोचने लगे हैं।