अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर उदलियावास में नवभारत साक्षरता कार्यक्रम ‘उल्लास’ के तहत महिलाओं को दी गई बुनियादी शिक्षा

उदलियावास (राजस्थान): अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर उदलियावास गांव के मेघवालों के बास में नवभारत साक्षरता कार्यक्रम ‘उल्लास’ के अंतर्गत असाक्षर महिलाओं को बुनियादी शिक्षा प्रदान की गई। इस कार्यक्रम का संचालन पंचायत शिक्षक देवी सिंह देवल (कूपडावास) द्वारा किया गया, जिनका महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
महिला सशक्तिकरण में ‘उल्लास’ की भूमिका
पिछले दो वर्षों में ‘उल्लास’ कार्यक्रम के तहत 40 असाक्षर महिलाओं को साक्षर बनाया जा चुका है। इस पहल के अंतर्गत महिलाओं को संख्या ज्ञान, गिनती, अंक ज्ञान, डिजिटल साक्षरता, व्यावहारिक जानकारी एवं यातायात नियमों की शिक्षा दी गई। साथ ही, महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने और शिक्षा के प्रति रुचि विकसित करने का प्रयास किया गया।
पंचायत शिक्षक देवी सिंह देवल का योगदान
पंचायत शिक्षक देवी सिंह देवल महिलाओं को साक्षर बनाने के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भर और जागरूक नागरिक बनने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। वे बुनियादी गणितीय ज्ञान, व्यावहारिक जीवन में उपयोगी जानकारियाँ, यातायात नियमों की समझ एवं डिजिटल साक्षरता के प्रति महिलाओं को शिक्षित कर रहे हैं, जिससे वे आधुनिक समाज के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य एवं महिलाएँ
इस अवसर पर वार्ड पंच छोटा राम मेघवाल और बाबूलाल ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल महिलाओं के सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित होगी। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं में भावना, सूर्या, मुनी देवी, टीना, सुशीला देवी, पानी देवी, भीकी देवी, पानकी, लक्ष्मी, फूली देवी, रेखा, ममता, इन्दिरा देवी, कमला देवी आदि शामिल रहीं।
महिला शिक्षा की दिशा में सकारात्मक कदम
‘उल्लास’ कार्यक्रम न केवल महिलाओं को साक्षर बना रहा है बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी अहम भूमिका निभा रहा है। यह पहल समाज में महिला शिक्षा को बढ़ावा देने और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत कर रही है।
इस कार्यक्रम से प्रेरित होकर अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी महिलाओं को साक्षर बनाने की पहल की जा सकती है, जिससे समाज में शिक्षा और जागरूकता का स्तर ऊँचा उठेगा।