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बाली में आचार्य भगवंत का भव्य स्वागत: बैंड-बाजे और नगर भ्रमण के साथ हुआ नगर प्रवेश, आराधना भवन में दिया मांगलिक प्रवचन

जेठमल राठौड़
रिपोर्टर

जेठमल राठौड़, रिपोर्टर - मुंबई / बाली 
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बाली (राजस्थान) – आज बाली नगर में आध्यात्मिक उत्साह और श्रद्धा का अद्भुत संगम देखने को मिला जब परम पूज्य आचार्य श्री विजय रत्न सुरीश्वर महाराज का नगर में भव्य स्वागत किया गया। यह आयोजन श्री ओसवाल जैन संघ, बाली के तत्वावधान में बड़े ही धूमधाम से संपन्न हुआ।

नगर प्रवेश का अद्भुत दृश्य

नगर प्रवेश का शुभारंभ जैन दादावाड़ी, सेसली रोड से हुआ। बैंड-बाजों की मधुर धुन, भक्तों की जयघोष और पारंपरिक सोमैया के साथ आचार्य भगवंत ने नगर में प्रवेश किया। नगरवासियों ने पुष्प वर्षा और भावभीने स्वागत के साथ आचार्य श्री का अभिनंदन किया। जैसे ही शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई आगे बढ़ी, वातावरण भक्तिभाव से सराबोर हो गया।

आराधना भवन में मांगलिक प्रवचन

नगर भ्रमण के उपरांत आचार्य श्री आराधना भवन पहुंचे जहाँ श्रद्धालुओं की विशाल उपस्थिति में उन्होंने मांगलिक प्रवचन दिया। अपने प्रवचन में आचार्य श्री ने जीवन में संयम, अहिंसा और साधना के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आत्मिक उन्नति के लिए सत्संग, संयम और समर्पण आवश्यक है। उनके विचारों ने उपस्थित श्रद्धालुओं को गहन प्रेरणा दी।

संघ पदाधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति

इस विशेष अवसर पर श्री ओसवाल जैन संघ, बाली के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे। संघ अध्यक्ष श्री बाबूलाल मंडलेशा, उपाध्यक्ष श्री किरण चोपड़ा और सचिव श्री कांतिलाल कितावत ने आचार्य भगवंत के स्वागत में अपनी सक्रिय भूमिका निभाई।

समाज के गणमान्यजनों की सहभागिता

कार्यक्रम में श्री बाली जैन मित्र मंडल के अध्यक्ष श्री नरेंद्र परमार के साथ-साथ समाज के कई सम्मानित गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे। जयंतीलाल गेमावत, बस्तीमल मेहता, सज्जन रांका, भरत कोठारी, और मदन कितावत जैसे प्रमुख समाजसेवियों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की।

इसके अलावा श्रीपाल बाफना,  रणजीत राठौड़, उत्तम पुनमिया, अशोक पुनमिया, विमल परमार, राकेश मुनोयत और चेतन मुनोयत सहित संघ के अनेक सदस्य कार्यक्रम में सहभागी बने।

महिलाओं की श्रद्धापूर्ण भागीदारी

कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि बड़ी संख्या में माताएं और बहनें भी इस आयोजन में सम्मिलित हुईं। उन्होंने श्रद्धा और भावनाओं के साथ आचार्य श्री के दर्शन लाभ लिए और मांगलिक प्रवचन को ध्यानपूर्वक सुना।

यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि समाज में एकता, श्रद्धा और संस्कृति के मूल्यों को सशक्त करने वाला अवसर भी बना। पूरे आयोजन में अनुशासन, भक्ति और आत्मीयता की झलक स्पष्ट रूप से देखने को मिली। बाली में आचार्य श्री का यह स्वागत समारोह लंबे समय तक नगरवासियों की स्मृतियों में अंकित रहेगा।

न्यूज़ डेस्क

"दिनेश लूनिया, एक अनुभवी पत्रकार और 'Luniya Times Media' के संस्थापक है। लूनिया 2013 से पत्रकारिता के उस रास्ते पर चल रहे हैं जहाँ सत्य, जिम्मेदारी और राष्ट्रहित सर्वोपरि हैं।

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