भव्य ऐतिहासिक भद्रतप पारणा समारोह गोरेगांव में संपन्न

मुंबई
गोरेगांव (पश्चिम) के श्रीनगर स्थित नेस्को ग्राउंड के हॉल नंबर 5 में भद्रतप के तपस्वियों का एक भव्य एवं ऐतिहासिक पारणा समारोह हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ।
यह शुभ अवसर श्रीनगर जैन संघ, गोरेगांव (वेस्ट) के तत्वावधान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम को परम पूज्य श्री जगवल्लभ सूरीजी म.सा. और आचार्य भगवंत श्री मुक्तिवल्लभ सूरीजी म.सा. की असीम कृपा तथा भद्रतप प्रेरक परम पुण्याशी पूज्य श्री वीतराग वल्लभ विजय माराज साहेब की प्रेरणा से सफलता प्राप्त हुई। उनके पावन आशीर्वाद से २०९ आराधकों की भव्य एवं कल्याणकारी भद्रतप तपस्या का पारणा निर्विघ्न संपन्न हुआ।
भद्रतप तपस्या का महत्व:
भद्रतप एक अत्यंत उग्र १०० दिवसीय तपस्या है, जिसमें ७५ दिन का उपवास और २५ दिन की ‘बियासणा’ (एक विशेष आहार विधि) शामिल होती है।

लाभार्थी परिवार:
इस भद्रतप के पुण्यलाभ के लाभार्थी के रूप में दिवाली बेन शामजी शिवजी चरला परिवार तथा स्वामिवात्सल्य के लाभार्थी के रूप में नर्मदाबेन रमणीकलाल माधाणी परिवार ने सेवा प्रदान की। इस कठोर तपस्या का निर्वहन श्री कोमल सपनेश राठोड़ ने किया।
अनूठी व्यवस्था एवं सेवाभाव:
श्रीनगर जैन संघ के ट्रस्टियों एवं कार्यकर्ताओं ने इस पारणा समारोह को एक ऐतिहासिक आयोजन के रूप में साकार किया। उनकी दिन-रात की मेहनत रंग लाई, जिसके फलस्वरूप सैकड़ों भक्तगण इस पुण्य अवसर पर उपस्थित हो सके और स्वामिवात्सल्य का लाभ ले सके।
पारणा की व्यवस्था अत्यंत सुचारु एवं सुंदर थी। तपस्वियों के बैठने और पारणा करने के लिए उत्कृष्ट प्रबंध किया गया था। वेटिंग रूम में बैठने की सुविधा, जगह-जगह पंखों और कूलरों की व्यवस्था ने सभी अतिथियों के लिए सुखद वातावरण बनाया। संपूर्ण आयोजन स्थल पर सेवाभाव से तत्पर कार्यकर्ताओं ने किसी भी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं होने दी।












