राज्यपाल हरिभाऊ बागडे झालावाड़ समीक्षा बैठक में बोले: “हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचे योजनाओं का लाभ”

18 जून 2025 | झालावाड़ — राजस्थान के राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे ने बुधवार को झालावाड़ के जैविक खेती उत्कृष्टता केन्द्र में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा और उनके प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करना था।
जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा और निर्देश
राज्यपाल ने स्पष्ट निर्देश दिए कि कोई भी पात्र नागरिक सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी योजनाओं का प्रचार-प्रसार इस प्रकार किया जाए कि अंतिम व्यक्ति तक उनका प्रभाव पहुंचे। उन्होंने समयबद्ध, पारदर्शी और परिणामोन्मुखी क्रियान्वयन पर विशेष बल दिया।
समीक्षा की गई प्रमुख योजनाएं:
- जल जीवन मिशन
- स्वच्छ भारत मिशन
- प्रधानमंत्री आवास योजना
- स्वामित्व योजना
- आयुष्मान भारत योजना
- मनरेगा
- पीएम सूर्य घर योजना
- मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान
- कुसुम योजना
- मिशन हरियालो राजस्थान
- राजीविका
- डेयरी विकास एवं सहकारिता योजनाएं
राज्यपाल ने विशेष रूप से अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
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शिक्षा और खेल विकास पर फोकस
राज्यपाल श्री बागडे ने नई शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन की बात करते हुए कहा कि बच्चों की बौद्धिक और शारीरिक दोनों क्षमताओं का विकास जरूरी है। उन्होंने जिले के स्कूलों में खेल मैदानों की स्थिति, छात्रावासों में व्यायामशालाओं और खेल सुविधाओं के विस्तार की आवश्यकता बताई।
इसके साथ ही उन्होंने सांसद और विधायक निधियों से अधोसंरचना विकास का आह्वान किया। असाधारण, आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को कोचिंग और छात्रवृत्ति जैसी सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
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पर्यावरण संरक्षण: मिशन हरियालो राजस्थान को बनाएं अधिक प्रभावी
पर्यावरण संरक्षण पर बल देते हुए राज्यपाल ने निर्देशित किया कि केवल पौधारोपण तक सीमित न रहें, बल्कि उनकी देखभाल और सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कम जल आवश्यकता वाले पौधों को प्राथमिकता देने की बात कही, जिससे जल संरक्षण के साथ पर्यावरणीय संतुलन बना रहे।
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- स्वास्थ्य सेवाएं: टीबी मुक्त गांवों की दिशा में ठोस प्रयास
- राज्यपाल ने राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए:
- टीबी मुक्त गांवों के निर्माण,
- समय पर उपचार की उपलब्धता,
- जन-जागरूकता अभियानों को प्रभावी बनाने
जैसे बिंदुओं पर बल दिया। साथ ही, मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना के तहत स्थानीय जल संचयन समाधानों को प्राथमिकता देने के निर्देश भी दिए।
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महिला सशक्तिकरण: राजीविका समूहों की सराहना
राज्यपाल ने राजीविका के महिला स्वयं सहायता समूहों की सराहना करते हुए कहा कि:
- स्थानीय उत्पादों की मार्केटिंग को बढ़ावा दिया जाए।
- प्रत्येक महिला को उद्यमिता के लिए प्रेरित किया जाए।
- निष्क्रिय समूहों को पुनः सक्रिय करने के लिए ठोस प्रयास किए जाएं।
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कृषि क्षेत्र: वैज्ञानिक पद्धतियों को अपनाने पर जोर
कृषि विभाग को दिए गए प्रमुख निर्देश:
- अधिकतम किसानों को मृदा परीक्षण कार्यक्रम से जोड़ना।
- वैज्ञानिक खेती और फार्म पॉन्ड निर्माण को प्रोत्साहन।
- फसल बीमा योजना के अंतर्गत पंजीकरण बढ़ाना।
- जैविक खाद उत्पादन और वितरण को बढ़ावा देना।
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स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन
राज्यपाल ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की समीक्षा की और जैविक खाद निर्माण को बढ़ावा देने का निर्देश दिया, जिससे स्वच्छता और कृषि, दोनों को लाभ मिल सके।
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समापन निर्देश: योजनाओं का लाभ धरातल पर दिखना चाहिए
राज्यपाल श्री बागडे ने अधिकारियों से कहा कि वे नियमित रूप से योजनाओं की निगरानी और मूल्यांकन करें और यह सुनिश्चित करें कि योजनाएं केवल आंकड़ों में नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर दिखाई दें।
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जैविक उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन
बैठक से पूर्व राज्यपाल ने जैविक खेती उत्कृष्टता केन्द्र झालरापाटन में आयोजित जैविक उत्पाद प्रदर्शनी का निरीक्षण किया और वहां तैयार किए गए जैविक उत्पादों की सराहना की।